घबराए नहीं, चंद्रग्रहण का यहां नहीं है प्रभाव
मथुरा : आठ अक्टूबर को चंद्र ग्रहण पड़ने जा रहा है। इस साल का यह दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण होगा। चंद्र
मथुरा : आठ अक्टूबर को चंद्र ग्रहण पड़ने जा रहा है। इस साल का यह दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण होगा। चंद्रग्रहण पूर्ण रूप से पूर्वी देशों में दिखाई देगा। ज्योतिषी शालिनी द्विवेदी ने बताया कि ग्रहण शाम को छह बजे के आसपास पड़ रहा है और चंद्रमा उस समय आकाश में प्रकाशित नहीं होगा। दावा किया कि मथुरा में चंद्रग्रहण का कोई असर नहीं पड़ेगा।
चंद्रग्रहण को लेकर है मतभेद
मथुरस्थ सर्वकर्म पंडित्य समिति के अध्यक्ष अशोक पाठक और संगठन मंत्री अमित शर्मा भारद्वाज कहते हैं कि मथुरा में सायं 5.58 से सायं 6 बजकर 6 मिनट तक चंद्रग्रहण रहेगा। ग्रहण मंत्र के दौरान ठाकुरजी को स्पर्श नहीं करना चाहिए। मंदिर के पट बंद कर देने चाहिए। गुरुमंत्र और पूजा करनी चाहिए। मथुरा में यह ग्रहण आंखों से देखा नहीं जा सकेगा।
कैसे होता है चंद्रग्रहण
चंद्रग्रहण तब होता है जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है। परिक्रमा करते हुए चंद्रमा पृथ्वी के पीछे आ जाता है और उस पर सूर्य की रोशनी नहीं पड़ती है। इसलिए चंद्रमा कुछ विशिष्ट जगहों पर दिखना बंद हो जाता है। जिसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है।
चंद्रग्रहण पर दर्शन का समय परिवर्तन
वृंदावन: ठा. बांकेबिहारी मंदिर के दर्शन समय में परिर्वतन किया गया है। मंदिर प्रबंधक उमेश सारस्वत के अनुसार बुधवार को ठा. बांकेबिहारी मंदिर में प्रात: 5.45 बजे दर्शन खुलेंगे तथा 5.55 पर श्रृंगार आरती होगी। इसके बाद सुबह 7.55 बजे राजभोग आरती के बाद प्रात: 8 बजे दर्शन बंद कर दिये जायेंगे। प्रात: दर्शन बंद होने के बाद सायं 7.30 बजे मंदिर के पट भक्तों के दर्शन के लिए खुलेंगे तथा 9.25 बजे शयन आरती के बाद 9.30 बजे मंदिर के पट बंद कर दिये जायेंगे।
दिन में बंद रहेगा दाऊजी का मंदिर
बलदेव: दाऊजी मंदिर के पुजारी रामनिवास शर्मा ने बताया कि चंद्रग्रहण के चलते 8 अक्टूबर को प्रात: 06:30 बजे मंदिर के पट बंद हो जायेंगे और शाम को 06:30 बजे खुलेंगे। आमदिनों में मंदिर सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक खुलता है। अपरान्ह 3 से 4 बजे तक भांग का भोग लगने के बाद शाम को 7 बजे से रात 10 बजे तक दाऊजी के दर्शन होते हैं।