प्रशासन से ज्यादा गंदगी के लिए हम सभी जिम्मेदार
मथुरा (सुरीर): कस्बे के मुहल्लों व गलियों में गंदगी से आम लोगों का जीन दूभर हो रहा है। ऐसा कोई मुहल्
मथुरा (सुरीर): कस्बे के मुहल्लों व गलियों में गंदगी से आम लोगों का जीन दूभर हो रहा है। ऐसा कोई मुहल्ला व गली नहीं है, जहा कूड़ों के ढेर न हों। इसके लिए ग्राम पंचायत और सफाईकर्मी दोषी हैं, तो हम भी कम दोषी नहीं हैं।
आमतौर पर लोग घर की सफ ाई कर कूड़ा सड़कों पर फेंक देते हैं। नालियों में कचरा सहित अन्य सामग्री फेंक देते हैं, जिससे गंदगी का अंबार लगा रहता है। कस्बे में आबादी के बीचोंबीच पैंठ बाजार में कूड़ा तो फेंका ही जाता है, साथ ही लोग शौचालय के रूप में भी इस स्थान का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे यहा गंदगी से उठती दुर्गंध में सास लेना दुश्वार हो रहा है। यही हाल कई मुहल्लों का है। घर का कूड़ा लोग अगल-बगल फेंकते हैं, ऐसे में गंदगी व दुर्गध उठना लाजमी है।
साफ-सफाई में करें सहयोग
सुरीर के प्रधान रघुनाथ प्रसाद एवं योगेश शर्मा का कहना है कि सफाई व्यवस्था में जनमानस का सहयोग आवश्यक है। केवल सफाई कर्मियों के भरोसे नहीं रहना चाहिए, अपनी जिम्मेदारी भी मानते हुए कूड़ा अपने घरों के सामने न फेंक कस्बा को स्वच्छ बनाने में पंचायत का सहयोग करें। तभी स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत बनेगा। दो अक्टूबर को वह पंचायत सदस्यों एवं साथियों के साथ सफ ाई अभियान में बढ़ चढ़कर भाग लें।
सफाई के प्रति सजग रहेंगे स्कूल
खंड शिक्षाधिकारी नौहझील गौतम प्रसाद ने कहा है कि दो अक्टूबर को पूरे देश में चलाए जा रहे सफाई अभियान के लिए इलाके के बेसिक स्कूल सफाई अभियान में सजगता के साथ बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। इसके लिए निर्देश सभी स्कूलों को दिए गए हैं। उन्होंने शिक्षकों से इसके लिए सजगता के साथ बढ़-चढ़कर भाग लेने को कहा है, जिससे अन्य लोग भी इस अभियान की सफलता में शामिल हो सकें।
साफ-सफाई सबकी नैतिक जिम्मेदारी
प्रमुख चिकित्सक डॉ. ज्ञान वाष्र्णेय कहते हैं कि साफ-सफाई सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। जिस प्रकार हम अपने सभी काम गंभीरता पूर्वक करते हैं, ठीक उसी प्रकार साफ.-सफाई भी हमारे कार्य का प्रमुख हिस्सा है। इसके लिए हमें किसी का इंतजार नहीं करना चाहिए। हम आज से ही संकल्प लें कि न सिर्फ अपने घर, बल्कि दफ्तर व आसपास के उन सभी स्थानों को स्वच्छ रखेंगे, जिसके कारण हमें तमाम तरह की गंभीर बीमारियों से जूझना पड़ता है।