निरस्त हो सकता है कूड़ा कंपनी से अनुबंध
जागरण संवाददाता, मथुरा: मथुरा नगर पालिका परिषद के साथ मथुरा वेस्ट प्रोसेसिंग लिमिटेड का अनुबंध कानूनन निरस्त हो सकता है। डीएम के आदेश के अलावा पालिका ने जिला शासकीय अधिवक्ता से रिपोर्ट भी ले ली है, जिसमें अनुबंध की शर्तो के उल्लंघन पर ठेका निरस्त करने की सिफारिश की गयी है।
शासन के दबाव में पालिका के साथ हुआ अनुबंध उसके लिए बड़ी मुसीबत बना हुआ है। करीब चार साल से काम कर रही कंपनी अभी तक केवल सोलह वार्डो तक ही अपने कामकाज का विस्तार कर पायी है। अपने वार्डो में यूजर चार्ज वसूलने की जिम्मेदारी भी उसकी है, जिसमें लगातार कमी दर्ज की जा रही है, जबकि वह अपने दो साल पुराने भुगतान के लिए दबाव बना रही है।
पालिका अध्यक्ष ने जनवरी 2013 से नगर के सभी वार्ड अपने अंडर में लेने के आदेश कंपनी को किए थे। इसके बाद कंपनी ने कुछ माह बाद पांच वार्ड लिए भी, लेकिन फिर वापस कर दिए। कंपनी के लोडर आदि डलाबघरों से कूड़े का निस्तारण ठीक से नहीं कर रहे तो घरों से भी मानक अनुसार कूड़ा नहीं लिया जा रहा है।
भुगतान के लिए दबाव बनाने के लिए कर्मचारियों की हड़ताल भी कई बार करायी जा चुकी है। पालिका की परेशानी यह है कि यूजर चार्ज वसूली में कमी आ रही है, जबकि कंपनी हर महीने इतने से वार्डो का भुगतान ही छह लाख से कम नहीं मांग रही।
नगर की स्वच्छता डीएम की प्राथमिकता में आने के बाद पालिका अध्यक्ष ने मथुरा वेस्ट प्रोसेसिंग लि. के खिलाफ डीजीसी से रिपोर्ट मांगी थी, जो पालिका प्रशासन को प्राप्त हो गयी है। रिपोर्ट में कंपनी का अनुबंध करने की कार्यवाही वैधानिक बताया गया है।
ईओ केपी सिंह ने बताया कि कंपनी को नोटिस दिया जा रहा है और लापरवाही पर कार्यवाही की चेतावनी दी जाएगी।
देर सायं शुरू हुआ सफाई कार्य
मथुरा: बारिश में कई जगह कूड़े के डिब्बे भरे मिलने की शिकायत पर पालिका अध्यक्ष मनीषा गुप्ता ने सोमवार की शाम को ट्रैक्टर आदि वाहन निकलवाए और नालियां व सड़कें साफ करायीं। ईओ ने मंगलवार की ईद की नमाज के मद्देनजर देर सायं से अपनी निगरानी में दरेसी रोड, भरतपुर गेट, डीग गेट, भूतेश्वर रेलवे पुलिया आदि इलाकों में सफाई अभियान चलवाया।