निराश्रित महिलाओं ने खेली फूलो की होली
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): निराश्रित महिलाओं ने बंगाली कैलेंडर के तहत बुधवार को अनूठे अंदाज में नववर्ष का स्वागत किया। भजन-कीर्तन किया और फ्रांस की युवतियों व सुलभ इंटरनेशनल संस्था के पदाधिकारियों के साथ घंटों तक थिरकती रहीं।
वृंदावन के महिला आश्रय सदनों में मूल रूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली निराश्रित महिलाओं की संख्या अधिक है। इनका कहना है कि बंगाली कैलेंडर के मुताबिक 15 अप्रैल से नववर्ष शुरू हुआ है, इसलिये उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुये सुलभ इंटरनेशनल संस्था की पहल पर निराश्रित महिलाओं ने अनौखे तरीके से नववर्ष का स्वागत किया। सभी निराश्रित महिलायें खुशी से झूम उठीं और एक-दूसरे पर जमकर फूल बरसाये। इससे मीरासहभागिनी आश्रय सदन परिसर की छटा सतरंगी हो गई। कलाकारों ने विभिन्न स्वरूप धारण कर नृत्य-नाटिका की प्रस्तुतियां दीं। करीब पांच घंटा तक चले भजन-कीर्तन कार्यक्रम में स्थानीय लोगों ने भी शिरकत की और भजनों का आनंद लिया। इस दौरान आश्रय सदन में कैम्प लगाकर निराश्रित महिलाओं के स्वास्थ की जांच की गई और दवा वितरित की गई। इस मौके पर सुलभ इंटरनेशनल संस्था की विनीता, मीडिया सलाहकार मदन झा, अधीक्षिका मित्तल पटेल व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। सुलभ संस्था की संस्थापक डॉ.बिंदेश्वरी पाठक ने शाम को यमुना पूजन और यमुना की आरती उतारी।