हमारे लिए सम्माननीय हैं सैनिक
मैनपुरी: यूं तो देश के विकास और समाज के उत्थान के लिए कार्य करने वाला हर व्यक्ति सम्माननीय है। ले
मैनपुरी: यूं तो देश के विकास और समाज के उत्थान के लिए कार्य करने वाला हर व्यक्ति सम्माननीय है। लेकिन देश की सरहद पर तैनात वीर जवान ही हमारे सच्चे जांबाज हैं। देश की सीमा पर रक्षा करने वाले सैनिक कई-कई महीनों तक अपने घर नहीं आ पाते हैं और अगर आते भी हैं तो कई बार उन्हें बीच छुट्टी से वापस लौटना पड़ता है। सीमा पर चाहे कितना भी बड़ा खतरा क्यों न हो लेकिन हमारे वीर सैनिक कभी भी पीछे नहीं हटते। दुश्मनों से लड़ते समय उनके दिल में बस एक ही उमंग होती है कि भले ही दुश्मन अधिक क्यों न हो, उनके पास अधिक गोला बारूद क्यों न हो लेकिन भारत माता के वीर सपूत किसी से नहीं डरते। वे अपने जीवन की आखिरी सांस तक लड़ते रहते हैं और देश की रक्षा करते-करते शहीद तक हो जाते हैं। जिन परिवारों के बेटे सरहद पर शहीद हो जाते हैं उनकी तो जैसी दुनिया ही बर्बाद हो जाती है। कोई अपना भाई खोता है तो कोई अपना बेटा। लेकिन उन्हें वीर शहीदों पर गर्व होता है। हमारा भी फर्ज है कि हम देश की सीमा पर शहीद हुए वीरों को नमन करें। जिसके लिए हमें दीपावली से अच्छा अवसर नहीं मिलेगा। शहीदों की समाधि पर हम एक दीया जलाकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।
कैप्टन ब्रह्मानंद तिवारी, सेवानिवृत्त सैनिक।