शहर की सूरत देखने निकले डीएम फंसे जाम में
मैनपुरी : शहर की सूरत संवारने को जिलाधिकारी लोकेश एम गुरुवार की दोपहर शहर की सड़कों पर निकल पड़े। इ
मैनपुरी : शहर की सूरत संवारने को जिलाधिकारी लोकेश एम गुरुवार की दोपहर शहर की सड़कों पर निकल पड़े। इस दौरान वे जहां से गुजरे, अतिक्रमणकारियों की मनमानी खुलकर दिखाई दी। डग्गामार वाहनों का ईशन नदी पुल तिराहे पर पूरी तरह कब्जा दिखा। ट्रैफिक अव्यवस्था के चलते उनकी गाड़ी खुद जाम में फंसे गई।
शहर के निरीक्षण पर निकले जिलाधिकारी को करहल रोड पर खुद अव्यवस्था का सामना करना पड़ा। काफी देर तक उनकी सरकारी गाड़ी जाम से निकलने के प्रयास करती रही। यहीं जैन धर्मशाला के पास, भूमिराज की आरा मशीन के पास और कोतवाली के मुख्य द्वार पर कूड़ा और गंदगी के ढेर लगे मिले। कोतवाली के बाहर खड़े निष्प्रयोज्य वाहनों और अन्य सामानों को सड़क से हटवाकर परिसर में कहीं भी रखवाने के लिए कोतवाली प्रभारी शुजात हुसैन को निर्देशित किया है।
करहल गेट पुलिस चौकी के आसपास तो अतिक्रमणकारियों का ही कब्जा मिला। इस पर नाराज हुए डीएम ने उप जिलाधिकारी सदर गजेंद्र कुमार और नगर पालिका परिषद के ईओ रामपाल को तत्काल अभियान चलाकर अतिक्रमणकारियों को हटवाने के लिए कहा। निर्देश दिए कि यदि कोई अतिक्रमणकारी न माने तो उससे सख्ती से निपटा जाए।
शहर में जिन रास्तों पर सफाई हो रही है और वहां अगर दोबारा कोई गंदगी फेंकता है तो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कराई जाए। भांवत चौराहे पर अभी तक ट्रैफिक लाइट न लगाए जाने पर नाराजगी जताई।
तापड़यिा मिल के पास सड़क किनारे पॉलीथिन की झोपड़ी में बैठे युवक से जानकारी करने पर पता चला कि उसका नाम राजू है और वह दो सालों से ऐसे ही रह रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने उसे निराश्रित गृह भेजने को कहा। साथ ही यह भी कहा कि यदि वह जिले में ही रहना चाहता है तो कांशीराम कॉलोनी में एक आवास दिलाया जाए।