परीक्षाफल रुकने से असमंजस में छात्र
मैनपुरी : जिले के 13 महा विद्यालयों ने बीएससी की प्रयोगात्मक परीक्षा प्रपत्र पर परीक्षक के फर्जी हस्
मैनपुरी : जिले के 13 महा विद्यालयों ने बीएससी की प्रयोगात्मक परीक्षा प्रपत्र पर परीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर कर विश्वविद्यालय में जमा करने से इन कॉलेजों का परीक्षाफल रोक दिया गया है। परीक्षाफल नहीं आने से छात्र-छात्राओं के भविष्य पर तलवार लटक गई है। परीक्षाफल को लेकर छात्र-छात्राएं असमंजस में हैं।
अभी तक महाविद्यालय संचालक विश्वविद्यालय की फीस में फर्जीवाड़ा करते थे। छात्रवृत्ति में घोटाला कर जाते थे और सामूहिक रूप से नकल कराने के लिए बदनाम थे। लेकिन अब तो इन कॉलेजों ने हद ही कर दी है। विश्वविद्यालय ने कॉलेजों में प्रयोगात्मक परीक्षा कराने के लिए जिन एग्जामनरों को नियुक्त किया था, कॉलेजों ने प्रयोगात्मक परीक्षा कराने के लिए पहले तो इनसे संपर्क ही नहीं किया। जब परीक्षकों ने संपर्क साधा तो ये परीक्षा कराने के लिए टालते रहे। इसी बीच कॉलेजों ने प्रयोगात्मक परीक्षा का प्रपत्र तैयार कर अपने कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को मनमाफिक अंक देकर परीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर विश्वविद्यालय में जमा कर दिए।
परीक्षकों ने जब देखा कि उन्हें जहां परीक्षा कराने के लिए नियुक्त किया गया, वहां वह परीक्षा कराने गए नहीं और कॉलेज का प्रयोगात्मक परीक्षा प्रपत्र विश्वविद्यालय में जमा हो गया है। प्रपत्र पर बने हस्ताक्षर देखने के बाद परीक्षकों ने विश्वविद्यालय में अपनी शिकायत दर्ज करा दी। शिकायत दर्ज होने में थोड़ी देर हो चुकी थी, तब तक चार कॉलेजों का परीक्षाफल घोषित भी हो चुका था। लेकिन अब जिले के नौ कॉलेजों का परीक्षाफल विश्वविद्यालय ने रोक दिया है। इन कॉलेजों के छात्र-छात्राएं अपने परीक्षाफल को लेकर परेशान हैं। वहीं कॉलेज संचालक भी इन छात्र-छात्राओं को जल्द ही परीक्षाफल घोषित होने की बात कहकर सांत्वना दे रहे हैं।