सभासदों के विरोध पर कई प्रस्ताव निरस्त
मैनपुरी: नगर पालिका परिषद की आय बढ़ाने और कुछ नए प्रस्तावों को लेकर सोमवार को हुई बोर्ड की बैठक म
मैनपुरी: नगर पालिका परिषद की आय बढ़ाने और कुछ नए प्रस्तावों को लेकर सोमवार को हुई बोर्ड की बैठक में भाजपा सदस्यों के विरोध के कारण कई प्रस्ताव निरस्त कर दिए गए तो जनहित के कई प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पास किया गया।
पालिकाध्यक्ष साधना गुप्ता की अध्यक्षता में शुरू हुई बैठक में लेखाधिकारी ने नगर क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था सुधार को 4.66 लाख रुपये से 12 हैंडपंप लगाने का प्रस्ताव दिया। जिसे बोर्ड ने सर्वसम्मति से पास कर दिया। पालिका द्वारा संचालित शव वाहन का शुल्क शहर से बाहर 2500 रुपये और शहर में 500 रुपये के प्रस्ताव पर भाजपा के सभासद राजीव मिश्रा ने आपत्ति जता दी।
उन्होंने वाहन शहर के अंदर जाने पर निश्शुल्क किए जाने की मांग की। जिस पर चर्चा के बाद उनकी मांग को मानते हुए प्रस्ताव पास कर दिया गया। इसी प्रकार अवध नगर में पालिका द्वारा निर्मित शुद्धिगृह का शुल्क निर्धारण 500 रुपये किए जाने के प्रस्ताव पर सभासदों ने विरोध किया। बाद में सौ रुपये शुल्क पर सहमति बनी। सार्वजनिक कार्य के लिए पालिका की जेसीबी यदि कोई किराये पर ले जाएगा तो उसे 750 रुपये और हाईड्रोलिक स्टेयर्स के लिए 500 रुपये प्रति घंटा शुल्क देना होगा।
बैठक में नगर के घंटाघर परिसर में पालिका की लगभग 200 दुकानों की ऊपरी मंजिल पर दुकानों के आवंटन को प्रीमियम एवं मासिक किराया निर्धारण के प्रस्ताव पर अधिकांश सभासदों ने अपना विरोध जताया।
भाजपा सभासद विश्वनाथ यादव ने कहा कि उक्त दुकानों के लिए पूर्व बोर्ड द्वारा प्रीमियम व किराया निर्धारित किया जा चुका है। इसलिए अब नया नियम नहीं बनाया जा सकता है। इस पर काफी चर्चा के बाद विरोध के चलते प्रस्ताव निरस्त कर दिया गया।
नगर के पावर हाउस स्थित पं¨पग प्लांट पर लगी 120 व 50 एचपी की पंप सेट की मरम्मत के लिए क्रमश: 2.80 लाख तथा 2 लाख रुपये स्वीकृत करने के प्रस्ताव को सर्व सम्मति से स्वीकृत दे दी गई।
शहरी क्षेत्र में लगे मोबाइल टावरों से प्रतिवर्ष 20 हजार रुपये किराया निर्धारित कर वसूली करने के प्रस्ताव को बोर्ड ने स्वीकृति प्रदान कर दी। पालिका कार्यालय के बाहर बनी तीन दुकानों के सुंदरीकरण के दौरान ध्वस्त होने पर नगर पालिका परिसर क्षेत्र में दुकानें बनाकर दिए जाने के प्रस्ताव पर अधिकांश सभासद भड़क गए।
सभासदों का कहना था कि यदि उक्त दुकानों के टूटने पर किरायेदारों को दुकाने दी जाएं तो स्टेशन रोड पर टूटी पालिका की दुकानों का क्या होगा। सभासदों का तर्क था कि स्टेशन रोड पर तोड़ी गई पालिका की 57 दुकानों के किरायेदारों को भी क्या कहीं दुकानें देने का प्रस्ताव है। काफी चर्चा के बाद बोर्ड ने एक स्वर से उक्त प्रस्ताव को निरस्त कर दिया।
बैठक में सभासद विश्वनाथ यादव, विनय ¨सह, राजीव मिश्रा, देवकुमार, शिवऔतार, राजीव सक्सैना, राजकिशोर सक्सैना, ईओ रामपाल यादव, अवर अभियंता यमुना ¨सह, कार्यालय अधीक्षक ब्रजनंदन ¨सह, कर अधीक्षक रामअचल ¨सह, लेखाधिकारी मयंक जैन आदि उपस्थित थे।