खौफ के साये में दुष्कर्म पीड़िता का परिवार
मैनपुरी, बिछवां: एक सप्ताह पहले दुष्कर्म का शिकार बनी दलित किशोरी का परिवार खौफ में है। पीड़ित परि
मैनपुरी, बिछवां: एक सप्ताह पहले दुष्कर्म का शिकार बनी दलित किशोरी का परिवार खौफ में है। पीड़ित परिवार ने आरोपी पक्ष पर भय का वातावरण पैदा करने तथा खौफजदा कर समझौता कराने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
18 जुलाई की रात 8 बजे बिछवां क्षेत्र के एक गांव की निवासी दलित किशोरी अपनी भाभी के साथ शौच के लिए खेत पर गई थी। तभी गांव का निवासी रहीस खां वहां पहुंच गया। उसने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। बचाने पहुंची भाभी को तमंचा दिखाते हुए गोली से उड़ाने की धमकी दी। बाद में अन्य ग्रामीणों को देख आरोपी फरार हो गया।
रात में ही पीड़ित परिवार थाना बिछवां पहुंचा। जहां छेड़खानी के आरोप में मामला दर्ज किया गया। सुबह होने पर गांव के लोगों ने एसपी आवास का घेराव करते हुए हंगामा किया। परिजनों का कहना था कि किशोरी के साथ दुष्कर्म हुआ है। एसओ बिछवां ने पीड़ित किशोरी व उसके पिता को काट डालने की धमकी देकर छेड़खानी के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस अधीक्षक ने किशोरी के मेडिकल रिपोर्ट तथा बयान के आधार पर दुष्कर्म की धारा बढ़ाने का आश्वासन दिया, तो ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ था।
वहीं, गुरुवार आधी रात को पीड़ित परिवार तथा गांव के लोग उस समय सहम गए, जब पीड़ित किशोरी के घर के पास दो दर्जन से अधिक संदिग्ध लोग दिखाई पड़े। उनके हाथ में लाठियां व टॉर्च थीं। किशोरी के परिजनों ने गांव के लोगों को जानकारी दी। थोड़ी देर में दर्जनों ग्रामीण इकट्ठे हो गए। संदिग्धों की घेराबंदी की तो वे गालियां देते हुए खेतों की ओर चले गए। अंधेरा होने के कारण गांव के लोगों ने उनका अधिक दूर तक पीछा नहीं किया।
शुक्रवार को एडीएम सूर्यमणि लालचंद गांव पहुंचे तथा पीड़ित परिवार का हाल जाना। पीड़िता के परिजनों ने बताया कि वे आरोपी पक्ष से भयभीत हैं। आरोपी पक्ष के लोग उनकी पुत्री की हत्या कर मामले को कमजोर करना चाहते हैं। इस पर एडीएम ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा का भरोसा दिया तथा गांव में तैनात पुलिस कर्मिर्यों को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए।