कनवर्जन कॉस्ट नहीं मिली तो नहीं बनवाएंगे भोजन
मैनपुरी परिषदीय विद्यालयों में छुट्टियों के दिनों में मिड डे मील बनाने को लेकर शिक्षक संघ एकजुट हैं।
मैनपुरी परिषदीय विद्यालयों में छुट्टियों के दिनों में मिड डे मील बनाने को लेकर शिक्षक संघ एकजुट हैं। वे आठ महीने से नहीं आ रही कनवर्जन कॉस्ट की मांग कर रहे हैं। जब तक पुरानी कनवर्जन कॉस्ट नहीं आती है संगठनों ने मिड डे मील का विरोध करने का निर्णय लिया है। हालांकि सोमवार को प्राथमिक शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिलकर कनवर्जन कॉस्ट दिलाने की गुहार भी लगाएगा।
शासन ने इस बार गर्मियों की छुट्टियों में भी परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के लिए मिड डे मील बनाने का फैसला लिया है। मिड डे मील में विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रतिदिन केवल मिड डे मील बनवाकर बच्चों को खिलवाने के बाद छुट्टी कर देंगे। इस फैसले को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि शासन का यह फैसला ठीक नहीं है आठ महीने से मिड डे मील कनवर्जन कॉस्ट शिक्षकों को नहीं मिली है। ऐसे में आखिर कब तक शिक्षक अपनी जेब से कनवर्जन कॉस्ट खर्च करेंगे। जिला मंत्री राजेश पांडेय ने कहा कि शासन पहले पुरानी बकाया कनवर्जन कॉस्ट का भुगतान करें तभी मिड डे मील बन पाना संभव होगा। यदि कनवर्जन कॉस्ट नहीं मिलती है तो शिक्षक मिड डे मील का विरोध करेंगे।
उत्तर प्रदेशीय अनुसूचित जाति, जनजाति बेसिक शिक्षक एसोसिएशन ने भी बैठक कर मिड डे मील बनवाने का विरोध किया। जयराम सिंह ने कहा कि ग्रीष्म कालीन अवकाश के दौरान मिड डे मील बनवाने का निर्णय अमानवीय है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के बाद भी बीएसए कार्यालय में शिक्षकों की पदोन्नति के लिए काउंसिलिंग की जा रही है। संगठन इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।
इस मौके पर निवेष कुमार, अवधेश गौतम, रूपकिशोर सिंह, महेंद्र सिंह, धर्मवीर सिंह, मुकेश कुमार, राजवीर सिंह, करन सिंह, अवनेंद्र कुमार, अवधेश कुमार, महेश राना, संत कुमार, नरेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार, मनोज भारती, विनोद मधुकर, विनोद कुमार गौतम, सतेंद्र सिंह, सुरेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।