अवैध कनेक्शन से बिजली चोरी पर नपेंगे अवर अभियंता
मैनपुरी : जिले में बढ़ती बिजली चोरी पर अंकुश लगाने में विभाग लाचार दिख रहा है। बिजली चोरों के खिलाफ
मैनपुरी : जिले में बढ़ती बिजली चोरी पर अंकुश लगाने में विभाग लाचार दिख रहा है। बिजली चोरों के खिलाफ चलाए गए व्यापक अभियान के बाद भी बिजली चोरों का हौंसला बुलंद है। कहीं स्वयं उपभोक्ता तो कहीं विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ही चोरी करा रहे हैं।
अब विभाग ने बिजली चोरी रोकने को अवर अभियंताओं को जिम्मेदारी सौंपने की योजना बनाई है। जिसके तहत जेई अपने क्षेत्र के पावर और नलकूप कनेक्शन चैक करेगा। यदि निरीक्षण के दौरान बिजली चोरी पकड़ी गई तो जेई की जबाब देही होगी।
जिले में बिजली चोरी रोकने को घर-घर चैकिंग अभियान चलाया गया। अधिकारियों की टीमें गठित कर छापामार कार्रवाई भी की गई लेकिन बिजली चोरी नहीं रुकी। शहरी क्षेत्र में लोग मीटर बाइपास कर चोरी कर रहे हैं तो गांव में लाइन पर सीधे कटिया डालकर बिजली की चोरी की जा रही है। कहीं तो अधिकारी की सह पर ही अवैध रूप से पावर कनेक्शन चल रहे हैं। जिसकी वे उपभोक्ता से हर महीने सुविधा शुल्क भी वसूल कर विभाग को चूना लगा रहे हैं। कहीं तो विभाग के कर्मचारियों द्वारा ही अवैध रूप से उपकरण उपलब्ध कराकर लाइन डाल बिजली चोरी कराई जा रही है।
बिजली चोरी में लिप्त विभाग के कर्मचारी ही बिजली चोरों को बढ़ावा दे रहे हैं। एक सप्ताह में ऐसे ही बिजली चोरी के दो मामलों की जांच के बाद दोषी पाए गए दो जेई और एक बाबू को निलंबित किया गया है।
बिजली चोरी के बारे में अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल एके श्रीवास्तव ने बताया कि शीघ्र ही बिजली चोरी रोकने को टीमें गठित की जाएंगी। जो क्षेत्रीय अवर अभियंता के नेतृत्व में सभी पावर और निजी नलकूप कनेक्शनों का सघन चैकिंग अभियान चलाएंगे। जिसमें पकड़े जाने पर बिजली चोर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद अगर विभागीय निरीक्षण में कहीं बिजली चोरी का मामला सामने आएगा तो क्षेत्रीय अवर अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।