जिला अस्पताल में जांचें फिर बंद
मैनपुरी: इसे सिस्टम की खामी कहें या अधिकारियों की लापरवाही। जिले में स्वास्थ्य सेवाएं पटरी पर ही नही
मैनपुरी: इसे सिस्टम की खामी कहें या अधिकारियों की लापरवाही। जिले में स्वास्थ्य सेवाएं पटरी पर ही नहीं आ पा रहीं हैं। दो साल से चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा जिला चिकित्सालय, अब केमिकल्स की कमी से जूझ रहा है। जिसके कारण जिले में आधा दर्जन करीब जांचे नहीं हो पा रही है।
महाराजा तेज ¨सह जिला चिकित्सालय में पूरे जिले के मरीज उपचार को आते हैं। गत वर्ष सरकार ने अस्पताल में आने वाले मरीजों की जांच मुफ्त करने का एलान किया था। जांचें तो मुफ्त हो गईं लेकिन जांच के लिए जरूरी संसाधन अस्पताल में नहीं हैं। बीते आठ दिन से अस्पताल में ब्लड ग्रुप, सीरम, पीलिया, लिवर, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड यूरिया आदि कई जांचें केमिकल के अभाव में बंद हैं।
दो दिन पहले जिले से एक दर्जन अमरनाथ यात्रियों का जत्था दर्शन के लिए रवाना हुआ था। इस जत्थे का ब्लड ग्रुप टेस्ट होना था। लेकिन केमिकल के अभाव में ब्लड ग्रुप भी टेस्ट नहीं किया जा सका और यात्रियों को बगैर ब्लड ग्रुप टेस्ट कराए ही जाना पड़ा। अस्पताल में जांचें नहीं होने के कारण पीड़ितों को प्राइवेट पैथोलॉजी सेंटर में रुपये खर्च कर जांच करवानी पड़ रही है। बताते दें करीब दो माह पहले भी जिला अस्पताल में केमिकल खत्म हो गया था। तब भी 20 दिन तक जांचें बंद रही थीं। इसके बाद में केमिकल आया तो किसी तरह जांचें शुरू हुई।
अधिकारी कहिन
अचानक मरीजों की संख्या बढ़ने से केमिकल जल्दी खत्म हो गया है। डिमांड भेजी जा चुकी है। उम्मीद है कि जल्दी ही केमिकल उपलब्ध हो जाएगा।
डॉ. आर के सागर, सीएमएस, मैनपुरी।