कन्या शिक्षा और सुरक्षा में हाथ बंटाएगी पुलिस
निदेशक महिला कल्याण के निर्देश के बाद जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला कार्यक
निदेशक महिला कल्याण के निर्देश के बाद जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला विकलांग कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया है कि वह महिला सशक्तीकरण के लिए कन्या शिक्षा और सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरुकता पैदा करने के लिए विशेष अभियान में सहयोग करें।
कन्या शिक्षा और सुरक्षा के प्रति आम नागरिकों को जागरूक करने के लिए बेटा और बेटी के बीच का अंतर को खत्म करने, भ्रूण परीक्षण न कराने, लड़के के समान लड़कियों को शिक्षा देने और महिलाओं पर होने वाले अपराधों को रोकने के लिए गांव से लेकर शहर तक अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। ताकि वह इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग कर सकें।
अभियान के दौरान घरेलू ¨हसा की शिकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें उनके अधिकार बताए जाएंगे। ताकि वह अधिक प्रताड़ित होने पर कानून का सहारा ले सकें। अभियान के दौरान विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए होर्डिंग, बैनर भी लगाए जाएंगे। जिन पर महिला सशक्तीकरण के लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के अलावा महिला हेल्प लाइन का टोल फ्री नंबर भी छापा जाएगा। ताकि आपातकालीन स्थिति में फोन करके एंबुलेंस या पुलिस को सूचना देकर बुलाया जा सके।
जिला संरक्षण अधिकारी अल्का मिश्रा ने बताया कि कन्या शिक्षा और सुरक्षा पर सरकार विशेष जोर दे रही है। इसीलिए जिलाधिकारी के माध्यम से लाभार्थी परक योजनाएं संचालित करने वाले विभागों को पत्र लिखकर जागरुकता अभियान में सहयोग करने को कहा गया है। ताकि महिलाओं को कन्या शिक्षा और सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा सके।