जल संकट से निपटने को दुरुस्त होंगे खराब हैंडपंप
मैनपुरी: गर्मी का मौसम शुरू होते ही प्रशासन ने संभावित पेयजल संकट से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी
मैनपुरी: गर्मी का मौसम शुरू होते ही प्रशासन ने संभावित पेयजल संकट से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। ग्राम स्तरीय कर्मचारियों से एक बार फिर गांव में खराब पड़े सरकारी हैंडपंपों की सूची मांगी है। ताकि पेयजल संकट से निपटा जा सके। अगर समय रहते खराब हैंडपंप रीबोर नहीं कराए गए तो लोगों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ेगा।
जिले में लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए 40 हजार सरकारी हैंडपंप लगाए गए हैं। जिनमें से 1975 हैंडपंप खराब पड़े हैं। इसके आलावा 850 हैंडपंप ऐसे हैं जो पानी कम दे रहे हैं। अभी तक जलनिगम द्वारा मात्र 900 हैंडपंप रीबोर कराए गए हैं। जबकि 1,075 हैंडपंप अभी भी खराब पड़े हैं। जिन्हें सही कराने के लिए जलनिगम को शासन से धनराशि मिलने का इंतजार है।
जलनिगम के माध्यम से ग्राम स्तरीय अधिकारियों से दोबारा गांव का सर्वे कर खराब हैंडपंपों की सूची मांगी गई है। ताकि खराब हैंडपंपों को रीबोर कराने के लिए शासन से धनराशि मांगी जा सके। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश प्राइवेट हैंडपंप पानी देना बंद कर गए हैं। जिसके कारण अब पेयजल की आपूर्ति का दारोमदार सरकारी हैंडपंपों पर है। अगर खराब पड़े हैंडपंप रीबोर नहीं कराए गए तो पानी के लिए लोगों को परेशान होना पड़ेगा।
अधिशासी अभियंता जलनिगम ओमवीर दीक्षित ने बताया कि गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या से निपटने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है। खराब हैंडपंप ठीक कराने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है और ग्राम स्तरीय कर्मचारियों से दोबारा खराब हैंडपंपों की सूची मांगी गई है, ताकि उन्हें रीबोर कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा सके।