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एक दर्जन मोरों के शव मिले

मैनपुरी, करहल : क्षेत्र में सहस बंबा की पटरी के किनारे दर्जनों मोरों की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश

By Edited By: Published: Sun, 01 Feb 2015 06:44 PM (IST)Updated: Sun, 01 Feb 2015 06:44 PM (IST)
एक दर्जन मोरों के शव मिले

मैनपुरी, करहल : क्षेत्र में सहस बंबा की पटरी के किनारे दर्जनों मोरों की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश भड़क गया। पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने मोरों को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने जहर देकर मोरों को मारे जाने का आरोप लगाया है। सूचना पर पहुंचे एसडीएम ने मोरों के शव का पोस्टमार्टम कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है।

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रविवार सुबह ग्रामीण खेतों की ओर गए तो बंबा पुलिया के पास पटरी के किनारे दर्जन भर से ज्यादा मोर सड़क पर मरे हुए मिले। मोरों के शव मिलने की खबर थोड़ी ही देर में गांव में आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते ग्रामीणों की भीड़ लग गई।

मोरों के मरने की खबर ग्रामीणों ने थाना पुलिस को दी। पुलिस द्वारा कोई संज्ञान ने लेने पर ग्रामीण सीधे थाने जा पहुंचे। यहां भी कोई सुनवाई न होती देख ग्रामीणों ने मृत मोरों को सड़क पर रखकर मार्ग जाम लगा दिया।

ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि कुछ लोगों द्वारा खेतों में जहरीली दवा डाली जा रही है। जिसे दाना समझकर चुगने के कुछ ही समय बाद तड़प-तड़पकर मोरों की मौत हो रही है। ग्रामीणों ने मोरों के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की।

जाम के कारण सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। दो घंटे तक लगे जाम के बाद सूचना मिलने पर एसडीएम करहल विजय प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे। एसडीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि पोस्टमार्टम कराने के बाद दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

किशनी में भी मर चुके हैं दर्जनों मोर

पखवाड़ा भर पहले ही वन रेंज किशनी के रठेह गांव में भी दो दर्जन से ज्यादा मोरों के मरने से वन विभाग की व्यवस्था पर सवाल खडे़ हुए थे। तब मामले को दबाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों ने भी भरसक प्रयास किए थे। हालांकि ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए वन विभाग द्वारा एकाध मोर का पोस्टमार्टम कराकर बाद में इस पूरे प्रकरण को रफादफा कर दिया।

'मामला गंभीर है। सभी शवों को कब्जे में लेकर उनका पोस्टमार्टम कराया जाएगा। प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि खेतों में डाले कीटनाशकों से ही मोरों की मौत हुई है। पूरी जांच की जाएगी। इस मामले में फिलहाल अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दी गई है।'

संजीव कुमार,

प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी, वन प्रभाग।


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