शैक्षिक गुणवत्ता परखेंगे बीटीसी प्रशिक्षणार्थी
मैनपुरी, भोगांव: विद्या के मंदिरों में गुरुजनों द्वारा नौनिहालों को दिए जा रहे ज्ञान के स्तर का पता
मैनपुरी, भोगांव: विद्या के मंदिरों में गुरुजनों द्वारा नौनिहालों को दिए जा रहे ज्ञान के स्तर का पता लगाने के लिए शासन ने पहल की है। बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता को परखने के लिए शासन ने स्टेट लर्निग एचीवमेंट सर्वे कराने का निर्णय लिया है। इस सर्वे के लिए जनपद के चार ब्लॉकों के प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 5 व 8 के बच्चों का विषयगत सर्वे 4 फरवरी से शुरू होने जा रहा है।
प्राथमिक शिक्षा के स्तर में सुधार और शिक्षा की वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद लगातार प्रयास कर रहा है। परिषदीय विद्यालयों की कक्षा 8 और 5 में अध्ययनरत बच्चों को गुरुजनों द्वारा दिए जा रहे विषयगत ज्ञान की जमीनी हकीकत को जानने के लिए एससीईआरटी ने स्टेट लर्निग एचीवमेंट सर्वे कराने का निर्णय लिया है। जनपद में इस सर्वे को कराने के लिए विद्यालयों को चिन्हित कर लिया गया है। सर्वे में बच्चों के स्तर को जानने के लिए शासन के निर्देश पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ने तैयारी तेज कर दी है। डायट प्राचार्य आरएस बघेल व उपप्राचार्य गंगा सिंह राजपूत के निर्देशन में संस्थान में प्रशिक्षणरत बीटीसी प्रशिक्षु स्कूलों में जाकर सामाजिक विषय, गणित, हिंदी, विज्ञान, अंग्रेजी, विषयों पर आधारित प्रश्नों का जबाव तलब बच्चों से करेंगे। इस काम के लिए 188 बीटीसी प्रशिक्षुओं को लगाया जा रहा है। 4 फरवरी से लेकर 6 फरवरी तक चलने वाले सर्वे में एक विद्यालय में 2 प्रशिक्षणार्थी बच्चों से सीधे रूबरू होंगे। उनकी शैक्षिक स्थिति का आकलन कर रिपोर्ट तैयार कर डायट को देंगे। यहां से 2-3 दिनों बाद रिपोर्ट एससीईआरटी को भेज दी जाएगी। डायट प्राचार्य ने बताया कि इस सर्वे के लिए जनपद के बरनाहल, घिरोर, जागीर व बेवर ब्लॉक के विद्यालयों का चयन किया गया है।
जनपद में 3400 बच्चों पर होगा सर्वे
स्टेट लर्निग एचीवमेंट सर्वे के लिए डायट प्रवक्ता ब्रजेश शाक्य को प्रभारी बनाया गया है। उनके नेतृत्व में बीटीसी प्रशिक्षणार्थी कक्षा 8 व 5 के 1700-1700 बच्चों का शैक्षिक स्तर परखा जाएगा। बरनाहल के कुल 21, बेवर के 36, घिरोर के 32, जागीर के 7 विद्यालयों का चयन सर्वे के लिए किया गया है।