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हाथ से मैला ढोने वालों का नहीं हुआ पुनर्वास

मैनपुरी : हाथ से मैला उठाने वाले कर्मियों के नियोजन का प्रतिषेध एवं पुनर्वास अधिनियम-2013 के तहत अस्

By Edited By: Published: Fri, 19 Dec 2014 06:42 PM (IST)Updated: Fri, 19 Dec 2014 06:42 PM (IST)
हाथ से मैला ढोने वालों का नहीं हुआ पुनर्वास

मैनपुरी : हाथ से मैला उठाने वाले कर्मियों के नियोजन का प्रतिषेध एवं पुनर्वास अधिनियम-2013 के तहत अस्वच्छ शौचालयों का सर्वेक्षण संबंधी शासन का आदेश जिले में धूल फांक रहा है। अपने पुनर्वास की मांग को लेकर सफाई कर्मचारियों ने लचर व्यवस्था के खिलाफ कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।

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सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट के तिकोनिया पार्क में धरना-प्रदर्शन किया। सफाई कर्मचारी आंदोलन समिति के जिला प्रतिनिधि राजीव राना ने कहा कि जिले में शासन के आदेश का मखौल बनाया जा रहा है। अभी तक न तो किसी सफाई कर्मचारी का चिन्हीकरण किया गया है और न ही उनमें से किसी के पुनर्वास की व्यवस्था कराई गई है।

राज्य मॉनीटरिंग समिति के सदस्य कृष्ण गोपाल का कहना है कि मैला प्रथा के उन्मूलन के लिए अधिकारियों द्वारा कभी भी पहल नहीं की गई। अभी भी अधिकांश महिलाएं मैला ढोने के काम में लगी हुई हैं। ऐसी महिलाओं को सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं दिया गया है।

नाराज सफाई कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी एसपी मिश्र को ज्ञापन सौंपकर उनसे योजना का लाभ दिलाने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में रवि, रंजीत, राहुल, विशाल, शेखर, राजेश, रेखा देवी, मीनू, कविता, पुष्पा, ममता, नरगिश, बेबी, ऊषा, किरन, सुषमा, अरुण कुमार, विष्णु देव सहित महिलाएं शामिल थीं।


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