गांवों को सड़क से नहीं जोड़ पा रही प्रधानमंत्री योजना
मैनपुरी : प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना भी गांव को शहर से नहीं जोड़ पा रही है। आधा दर्जन से अधिक गां
मैनपुरी : प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना भी गांव को शहर से नहीं जोड़ पा रही है। आधा दर्जन से अधिक गांव की सड़कें इस योजना से बनाए जाने के लिए स्वीकृत की गई थीं। परंतु विभागीय उदासीनता के कारण सड़कों का निर्माण नहीं हो पा रहा है।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत आधा दर्जन मार्गो का चौड़ीकरण का कार्य बरनाहल से पैरारशाहपुर तक, घिरोर-कुरावली मार्ग के औंछा मार्ग तक, बिछवां-हन्नूखेड़ा मार्ग तथा जीटी रोड कुरावली मार्ग से नगला देशी तक की सड़कों के चौड़ीकरण के लिए 35 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। इन कार्यो को कराए जाने के लिए विभाग द्वारा दो माह पहले निविदाएं मांगी गई थीं, जिससे आठ फर्मो में निविदाएं डालनी थी। जिनमें से एक को छोड़कर सभी निविदाएं अयोग्य घोषित कर दी गई।
ठेकेदारों केके यादव, एनके राघव, अवधेश कुमार, साबिर अली आदि का आरोप है कि पीएमजीएसवाइ के अधिशासी अभियंता ने जानबूझकर निविदाएं अयोग्य घोषित की हैं। ताकि चहेते ठेकेदारों को उच्च रेट पर कार्य आवंटित किया जा सके। ठेकेदारों ने जिन गांवों को सड़क से जोड़ा जाना है उन गांव के प्रधानों को भी विभाग की हीलाहवाली से अवगत करा दिया है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत स्वीकृत सड़कों के निर्माण में हो रही हीलाहवाली की प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जांच की मांग की है।
'स्वीकृत सड़कों के निर्माण के लिए दो माह पहले निविदाएं आमंत्रित की गई थीं। वह सभी निरस्त कर दी गई हैं। जल्दी ही दोबारा निविदाएं डाली जाएं ताकि सड़कों का निर्माण कार्य समय से पूरा कराया जा सके।'
प्रेमपाल सिंह, अधिशासी अभियंता, मैनपुरी।