जिला अस्पताल को मिलेगा बजट
मैनपुरी: महाराजा तेज सिंह राजकीय जिला चिकित्सालय लंबे समय से बजट के अभाव से जूझ रहा है। अस्पताल में जनरेटर चलाने के लिए डीजल तीन महीने से नहीं है। दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर का अब शासन ने संज्ञान लिया है। शासन ने अस्पताल प्रशासन से पूछा है कि उन्हें अस्पताल की बेहतरी के लिए कितना बजट चाहिए।
जिला चिकित्सालय में दो वर्ष से डॉक्टरों का टोटा है। यहां अब बजट का भी तीन महीने से अभाव हो गया है। बजट न होने से जनरेटर में डीजल नहीं पड़ रहा है। बिजली जाने के बाद अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीज गर्मी से तड़पते हैं। एक ओर जहां मरीजों के इलाज को डॉक्टर नहीं हैं। वहीं गर्मी से निजात देने के लिए पंखे की हवा भी नसीब नहीं होती है। हृदय रोग विभाग में बजट के अभाव में कई जीवन रक्षक दवाएं काफी समय से उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। हालांकि बीपी (ब्लडप्रेशर) की दवा तो है लेकिन अन्य कई दवाओं का टोटा है। शासन ने अस्पताल को बजट उपलब्ध कराने को पत्र भेज दिया है। बजट आते ही अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार होने की आस जगी है।
'शासन ने बजट देने के लिए पत्र भेज दिया है। उम्मीद है कि जल्द ही बजट उपलब्ध हो जाएगा। बजट आते ही सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर ली जाएंगी। दवाएं तो लगभग पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं कुछ दवाओं की कमी चल रही है। उन्हें भी खरीदा जाएगा। '
डॉ. आरके सागर, सीएमएस, जिला अस्पताल, मैनपुरी।