Move to Jagran APP

रोज बताएं, बांटी कितनी किताबें

By Edited By: Published: Sun, 31 Aug 2014 09:14 PM (IST)Updated: Sun, 31 Aug 2014 09:14 PM (IST)
रोज बताएं, बांटी कितनी किताबें

मैनपुरी: एक प्रधानाध्यापिका द्वारा बच्चों को निश्शुल्क बांटने को मिली पाठ्य पुस्तकें कबाड़ी को बेचने के मामले को जिलाधिकारी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने बीएसए को जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम बनाने के निर्देश दिए हैं। सोमवार से टीम परिषदीय स्कूलों में जाकर पाठ्य पुस्तक वितरण की हकीकत देखेगी। साथ ही स्कूलों को रोज बताना होगा कि कितनी किताबें बांटी।

loksabha election banner

शनिवार को सुल्तानगंज विकास खंड के परिषदीय स्कूल इटौरा की प्रधानाध्यापिका सितारा राजपूत ने स्कूल में बांटने को आईं पुस्तकें कबाड़ी को बेच दी थीं। बाद में उप जिलाधिकारी सत्य नारायण यादव ने मामला पकड़ लिया। कबाड़ी की निशानदेही पर प्रधानाध्यापिका के आवास पर छापामार वहां भी काफी किताबें बरामद कीं गई। उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवा सेवा समाप्ति का नोटिस तैयार किया गया है।

उधर, जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस ने पूरे मामले में स्कूलों में पाठ्य पुस्तक वितरण की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बीएसए प्रदीप वर्मा को अलग-अलग टीमें बनाकर जांच करने को कहा है। जिन स्कूलों में पाठ्य पुस्तकों का वितरण नहीं किया हैं, उन स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बीएसए प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि सोमवार से सभी खंड शिक्षा अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों के सभी विद्यालयों में पाठ्य पुस्तक वितरण रिपोर्ट शाम तक उपलब्ध कराएंगे।

यह भी जानकारी एकत्र की जाएगी कि स्कूलों को कितनी पुस्तकें दी गईं और कितनी बांटी गईं। खंड शिक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट का सत्यापन अगले दिन जिला स्तरीय अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण कर करेंगे।

कार्रवाई से खलबली

किताबें बेचने पर प्रधानाध्यापिका के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद शिक्षकों में खलबली है। जिले में काफी स्कूल ऐसे हैं जहां पुस्तकों का वितरण नहीं किया गया है। 1.85 लाख बच्चों को पुस्तकें बांटी जानी हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.