सीबीएसई स्कूलों को बनानी होगी अपनी वेबसाइट
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: स्कूलों की मनमानी पर शिकंजा कसने के लिए सीबीएसई ने नया फरमान जारी किया है। स्कूलों को अपनी वेबसाइट बनाने के निर्देश दिए हैं। इस वेबसाइट पर स्कूलों का डाटा भी अपडेट करना होगा।
सीबीएसई ने सभी संबद्ध विद्यालयों को निर्देश जारी किए हैं कि विद्यालय अपनी वेबसाइट बनाएं। इसमें स्कूलों से जुड़ी हर एक छोटी-बड़ी जानकारी को प्रतिदिन अपलोड करें। वेबसाइट में विद्यार्थियों के नाम से लेकर उनकी फीस, मान्यता की तिथि व प्रमाण पत्र की कॉपी, संचालक, ट्रस्ट, सोसायटी के पदाधिकारियों के नाम व फोटो, ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा, कक्षावार फीस, लाइब्रेरी का क्षेत्रफल, शिकायत निवारण अधिकारी का नाम, उनके टेलीफोन नंबर, ई-मेल आइडी, विद्यार्थियों के नामांकन नंबर दर्ज करना होगा। यह भी अपलोड करना होगा कि स्कूल में किस पब्लिशर्स की पुस्तक से पढ़ाई हो रही है।
यौन उत्पीड़न कमेटी को देनी होगी रिपोर्ट
प्रत्येक स्कूल को अपने यहां यौन उत्पीड़न कमेटी बनानी होगी। इस कमेटी का काम स्कूल में होने वाले यौन अपराधों की समीक्षा करना तथा उनका निराकरण करना होगा। रैगिंग आदि पर भी यह कमेटी निगरानी रखेगी। कमेटी को अपने कार्यकलापों का पूरा विवरण भी विद्यालय की वेबसाइट पर अपडेट करना होगा।
ये होंगे फायदे
सीबीएसई के इन निर्देशों से फर्जी स्कूलों पर शिकंजा कस जाएगा। विद्यालय विद्यार्थियों से न ही मनमानी फीस वसूल सकेंगे और न ही लुभावने वायदे कर अभिभावकों को आकर्षित कर सकेंगे। शिक्षकों को दिए जाने वाले वेतन में भी गोलमाल नहीं हो सकेगा।
'नई व्यवस्था से सीधा लाभ अभिभावकों को मिलेगा। वे इंटरनेट पर वेबसाइट के जरिए विद्यालय की सारी जानकारी ले सकते हैं। इससे गड़बड़ी की आशंका खत्म हो जाएगी।
डॉ. राममोहन,
निदेशक, सुदिति ग्लोबल एकेडमी।