वकीलों ने की हड़ताल, वादकारी लौटे
मैनपुरी: मॉनिंग कोर्ट बहाल किए जाने की मांग को लेकर वकीलों ने सोमवार को फिर हड़ताल रखी। जिससे अदालतों में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं वादकारी मायूस होकर वापस जाते नजर आए।
हर वर्ष मई और जून के महीनों में दीवानी अदालतों का समय परिवर्तित करते हुए सुबह से दोपहर कर दिया जाता था। किंतु इस बार मई, जून के महीनों में अदालत का समय परिवर्तित नहीं किया गया। जिसके चलते वकीलों में आक्रोश था। मॉर्निग कोर्ट की मांग बहाल किए जाने की मांग को लेकर प्रदेश के 34 जिलों के वकील दो महीने की हड़ताल पर रहे थे। इस मांग को लेकर बार काउंसिल ने बैठक कर प्रत्येक महीने की 28 तारीख को न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए विरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया था।
सोमवार को जिला बार एसोसिएशन के वकीलों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए मॉर्निग कोर्ट बहाल किए जाने की मांग की। साथ ही न्यायिक कार्य नहीं किया।
इस दौरान एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश यादव, सचिव संजय त्रिवेदी, वरिष्ठ अधिवक्ता क्राति कुमार दीक्षित, अनिल राठौर, संजीव यादव, महेंद्र यादव, सुशील वर्मा, आदर्श यादव, अशोक यादव, सौरभ पांडेय आदि अधिवक्ता उपस्थित थे।
दीवानी के वकीलों ने भी न्यायिक कार्य नहीं किया। जिससे अदालतों में सन्नाटा पसरा रहा। वाद कारी मायूस होकर वापस लौट गए। तहसील भोगांव व तहसील करहल के वकील भी हड़ताल पर रहे। जिससे अदालतों में न्यायिक कार्य नहीं हो सका। वकीलों ने मई व जून के महीनों में मॉर्निग कोर्ट बहाल किए जाने की मांग की है।