निर्माण में अधूरे छोड़े सड़क के हिस्से
मैनपुरी : सड़क का ये निर्माण लोगों की समझ से परे है। एक ठेकेदार सड़क बनवाता है। जहां सड़क खत्म होती है, आगे के निर्माण का ठेका दूसरे ठेकेदार को दे दिया जाता है। निर्माण के इस खेल में हर बार ठेकेदार बीच के हिस्से को कच्चा ही छोड़ जाते हैं।
जिले में कार्यदायी संस्थाओं का खेल लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इसकी एक बानगी मात्र है, नगर का मदार दरवाजा तिराहा। नगर के देवी रोड से एक सड़क मदार दरवाजा तक आई है। ठेकेदार ने इस सड़क का निर्माण पूर्ण कराकर इतिश्री कर ली।
दोबारा 50 मीटर की दूरी से घंटाघर तक सड़क निर्माण कराया गया। ठेकेदार ने यहां जब दूसरी सड़क बनवाई, तो 50 मीटर का खाली हिस्सा अधबना ही छोड़ दिया। कमोबेश नगर के अधिकांश जगहों पर ऐसे नजारे देखने को मिलते हैं।
एक ठेकेदार ने बताया कि उसे जब ठेका दिया जाता है, तो कागजों पर स्थान पहले से ही निश्चित होता है। अब अपनी तरफ से वह बेजा निर्माण कराकर अतिरिक्त बोझ मोल क्यों ले। चूंकि सड़क बनने से दोनों ओर ऊंचा हो जाता है। इसलिए खाली स्थान पर बरसात का पानी जमा होता है। जलभराव से मुश्किल पैदा हो जाती है। अक्सर ऐसी सड़कों पर वाहन फंस जाते हैं और राहगीर गिरकर चोटिल होते हैं।
'सड़क तो हमेशा पूरी ही बनवाई जाती है। ऐसा कोई भी प्रकरण अभी संज्ञान में नहीं आया है। अगर है तो उसका प्रस्ताव भेजा जाएगा। मुहर लगते ही निर्माण कार्य भी करा दिया जाएगा।'
सत्यप्रकाश, अधिशाषी अभियंता, लोक निर्माण विभाग, मैनपुरी।