मिड-डे मील में फर्जीवाड़ा, छह प्रधानाध्यापक निलंबित
मैनपुरी: बीएसए ने गुरुवार को खुद परिषदीय विद्यालयों की हकीकत देखी। उन्हें कहीं शिक्षक गायब मिले, तो कहीं विद्यार्थी नदारद थे। मिड-डे मील में फर्जीवाड़ा दिखाई दिया, तो छह प्रधानाध्यापकों के निलंबन का फरमान सुना दिया। साथ ही रिकवरी का नोटिस भी थमा दिया।
बीएसए प्रदीप कुमार वर्मा के निरीक्षण में हर रोज शिक्षक व प्रधानाध्यापक निलंबन झेल रहे हैं। कार्रवाई से बेखौफ गुरुजी न तो विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाते हैं और न ही मिड-डे मील में फर्जीवाड़ा रोक रहे हैं। बीएसए ने गुरुवार को भी एक दर्जन परिषदीय विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। सुल्तानगंज के प्राथमिक विद्यालय संतोषपुर पहुंचे, तो वहां गुरुजी तो मौजूद थे। लेकिन एक भी छात्र मौजूद नहीं मिला, जबकि 103 छात्र पंजीकृत हैं। शिक्षामित्र नीरज कुमार गायब थे। एमडीएम में 11 अप्रैल से लगातार 55 से 56 बच्चों का मिड-डे मील दर्शाया गया। बीएसए ने मिड-डे मील में फर्जीवाड़े की आशंका जाहिर करते हुए प्रधानाध्यापक का निलंबन कर रिकवरी नोटिस थमा दिया।
प्रा.वि. सुरजपुर में मात्र 20 विद्यार्थी मौजूद थे। उ.प्रा.वि. सुरजनपुर में केवल 23 विद्यार्थी ही मौजूद मिले। एमडीएम में दो अप्रैल से लगातार 70 और 71 विद्यार्थियों का मिड-डे मील बनना दर्शाया गया। इस पर उन्होंने यहां के भी प्रधानाध्यापक का निलंबन कर रिकवरी नोटिस दे दिया। प्रा.वि. फकैता में केवल छह बच्चे मिलने पर प्रधानाध्यापक को नोटिस दिया। प्राथमिक विद्यालय नगला जीसुख में केवल 18 विद्यार्थी मौजूद थे। यहां के प्रधानाध्यापक को भी नोटिस दिया गया है।
कन्या प्रा.वि. बिछवां का हाल भी बेहाल था। यहां भी शिक्षक थे, पर विद्यार्थी केवल 17 ही थे। प्रा.वि. जिरौली में भी मिड-डे मील में फर्जीवाड़ा दिखाई दिया। बीएसए ने प्रधानाध्यापक का निलंबन और रिकवरी नोटिस जारी कर दिया है। उ.प्रा.वि. जिरौली में 12 विद्यार्थी ही मौजूद थे। जबकि यहां मिड-डे मील 25 से 30 विद्यार्थियों का दर्शाया जाता रहा है। बीएसए ने यहां के प्रधानाध्यापक को निलंबित कर रिकवरी नोटिस थमा दिया है।
कन्या उ.प्रा.वि. बिछवां में केवल नौ विद्यार्थी ही मौजूद थे। मिड-डे मील में फर्जीवाड़े पर बीएसए ने यहां के प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया। इसी तरह प्रा.वि. बिछवां में 38 विद्यार्थी मौजूद थे। जबकि मिड-डे मील 58 से लेकर 68 विद्यार्थियों का दर्शाया जाता रहा है। बीएसए ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर नोटिस दे दिया है।
क्या प्रभाव
प्रधानाध्यापकों की पहले गुरु होने के नाते बहुत इज्जत होती थी। अब उनके ऐसे फर्जीवाड़े से दामन पर हमेशा के लिए दाग लग गए। यही नहीं छात्रों से कभी सम्मान पाने में मुश्किल होगी।