जल संरक्षण के लिए सहभागिता जरूरी
जागरण संवाददाता, महोबा : जिला सेवायोजन कार्यालय सभागार में शनिवार को भूजल दिवस सप्ताह के अन्तर्गत ल
जागरण संवाददाता, महोबा : जिला सेवायोजन कार्यालय सभागार में शनिवार को भूजल दिवस सप्ताह के अन्तर्गत लघु ¨सचाई विभाग व भूगर्भ जल विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य विकास अधिकारी शंकर लाल त्रिपाठी ने इसका शुभारंभ कराया। उन्होंने कहा कि जल अनमोल है इसका संरक्षण करना बहुत जरूरी है। महोबा में भूजल स्तर केवल 30 फिट है जो एक भी वर्ष यदि वर्षा नहीं हुई तो जल संकट एवं सूखे की विकराल स्थिति से जूझना पड़ सकता है। इसी अवसर पर राजकीय बालिका इंटर कालेज में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सीडीओ ने कहा कि हमें जल संवर्धन तथा संरक्षण के लिए प्रतिस्पर्धा करनी है तभी भूजल संरक्षण के साथ ही सूखे जैसी समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। निदेशक अर¨वद खरे ने जल संरक्षण की प्रमुख विधियों से खेत तालाब, नदियों, कुओं, पोखरों के संवर्धन एवं संरक्षण पर जोर दिया। लघु ¨सचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता देवेंद्र कुमार ने भूजल की संवेदनशील स्थित पर प्रकाश डालते हुए विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में अवगत कराया। वन विभाग के एसडीओ ने जंगल के संरक्षण पर विशेष बल दिया। रुद्रप्रताप मिश्रा द्वारा जनपद में चलाए गए बुंदेलखंड दुष्काल मुक्ति अभियान के अनुभव प्रस्तुत किए। राजेश चौरिसया, विनय तिवारी, शिवकुमार गोस्वामी आदि ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर लघु ¨सचाई विभाग के डीडी त्रिपाठी, कृष्ण कुमार पंकज, जेपी यादव, जितेंद्र सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। शहर के राजकीय बालिका इंटर कालेज में भूजल संरक्षण सप्ताह के तहत जल बचाने के उपाय पर भाषण, निबंध, चित्र बनाने की प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। शिक्षक एवं गाइड कैप्टन सरगम खरे ने कार्यक्रम का संचालन किया। स्लोगन में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर निणार्यक में अर्चना वर्मा, अमिता तिवारी, प्रधानाचार्य वंदना गुप्ता ने छात्राओं का हौसला बढ़ाया। छात्राओं में माधुरी स्लोगन में प्रथम, अंजली निबंध में प्रथम, नेहा चित्रकला में प्रथम तथा मानसी भाषण में पहले स्थान पर रही।