फोटोग्राफ खोलेगी अधिकारी की पोल
जागरण संवाददाता महोबा: प्रधान के दरवाजे बैठ कर या फिर अपने घर से ही बैठे-बैठे पूरी रिपोर्ट तैयार क
जागरण संवाददाता महोबा: प्रधान के दरवाजे बैठ कर या फिर अपने घर से ही बैठे-बैठे पूरी रिपोर्ट तैयार कर गुडवर्क दिखाने वालों पर नकेल पड़ने वाली है। इन्हें अब पंचायत में जाना ही होगा क्योंकि उसका प्रूफ देने के लिए उन्हें उसकी जानकारी समय से आला अधिकारियों को देनी होगी। उसमें कोई दांवपेंच नहीं चल सकेगा। मनरेगा में काम करने वाले जाब कार्ड धारक से भी मिलना होगा और उसकी शिकायत दर्ज करने के साथ उसे योजना के संबंध में नए नियमों और लाभ की जानकारी देनी होगी।
मनरेगा में मजदूरों को न्याय मिले, उन्हें योजना की जानकारी हो तथा समय पर काम मिल सके अब इसके लिए एक नई व्यवस्था की गई है। नियम के अनुसार एक पंचायत सचिव पांच गांवों में जाएगा और वहां जा कर मनरेगा के मजदूरों से मिल कर उनके काम की डिटेल नोट करेगा। गांव में काम कितना हो रहा है यह भी दर्ज किया जाएगा। यह सारी जानकारियां व्हाट्स एप ग्रुप जो स्पेशल मनरेगा सेल के लिए बनेगा उसमें डाली जाएंगी। इससे गांव में गए पंचायत सचिव की उपस्थित भी दर्ज हो जाएगी। इसका फायदा यह रहेगा कि पंचायत सचिव एक स्थान पर बैठ कर पूरे आंकड़े जो पहले बना लेते थे वह अब नहीं कर सकेंगे। उन्हें मौके पर जाना ही पड़ेगा। इसका फायदा जाबकार्ड धारकों को भी मिलेगा। उन्हें योजना की जानकारी के साथ अपना दुख दर्द बयां करने का मौका मिलेगा। डीएम अजय कुमार ¨सह ने कहा कि अधिकारी गांव जाकर मनरेगा के कार्यों का अवलोकन करेंगे। वहां अपने पहुंचने की जानकारी फोटो के साथ मनरेगा के व्हाट्स एप ग्रुप में डालेंगे।