अधूरी छोड़ी सड़क, धूल फांक रहे लोग
जागरण संवाददाता, महोबा: शहर के बाहर की सड़कों की हालत भले ही सही हो लेकिन महोबा शहर के अंदर सड़कें कई
जागरण संवाददाता, महोबा: शहर के बाहर की सड़कों की हालत भले ही सही हो लेकिन महोबा शहर के अंदर सड़कें कई साल से बेहाल हैं। यहां केवल गड्डे ही नहीं हैं बल्कि धूल भरी रहती है। इस धूल के कारण महिलाएं और बच्चे रोड से निकल नहीं पाते। दो पहिया और चार पहिया वाहन भी रोड के अंदर निकलने की हिम्मत नहीं कर पाते। वैसे शहर की सड़कों का काया कल्प करने के लिए शासन ने बजट दिया था लेकिन पैसा कहां खर्चा हो रहा है इसकी खबर पीडब्ल्यूडी विभाग भी नहीं ले रहा है।
शहर के अंदर की सड़कों की हालत पिछले तीन साल से खराब हैं। पिछले साल प्रशासन ने उम्मीद जताई थी कि त्वरित विकास के तहत सड़कों की सूरत बदलेगी। करीब चौबीस करोड़ रुपये भी आया था। इसमें तत्कालीन सत्ता पक्ष से जुड़े एक ठेकेदार को इसका काम भी दिया गया था। उसे ठेका भी पीडब्ल्यूडी की मदद से मिला था। बजट की किस्त देते वक्त भी विभाग ने यह जानने की कोशिश नहीं कि कि काम हो रहा है और कैसा हो रहा है। शहर में चार सड़कें जो बनी हैं उनमें कई अभी से टूटने लगी हैं। यह रामकथा मार्ग सहित अन्य कई सड़कों का भी इसी योजना से कायाकल्प होना है। ठेकेदार की ओर से काम काफी धीमी गति से और मानक की अनदेखी करके हो रहा है। टूटी सड़कों की वजह से शहर में बाजार की हालत बेहद खराब है। नगर पालिका की ओर से भी लगातार अनदेखी होती रही है। पालिका भी सड़कों को सही कराने की ओर जरा भी ध्यान नहीं दे रहा है।
योजना और जारी धनराशि-
शहर में त्वरित आर्थिक विकास योजना के तहत जिले में कुल 14 सड़कों का निर्माण होना है। इसकी लागत करीब 24 करोड़ रुपये हैं। इन सड़कों का ठेका एक कार्यदायी संस्था को दिया गया है। पूरा काम शासन के निर्देशानुसार मार्च 17 तक पूरा हो जाना चाहिए था। अभी तक शहर में मात्र चार सड़कें ही बन सकी हैं। शहर में बजरंग चौक से सुभाष चौक तक 93 लाख 96 हजार की लागत से बनी है। यह सड़क अभी से टूटने लगी है। इसी प्रकार शहर के हवेली दरवाजे से कानपुर बाईपास तक बनी सड़क के लिए 79 लाख 22 हजार रुपये की लागत है। नियम तो यह है कि पीडब्ल्यूडी विभाग को इन कार्यों का पूरा होने के बाद सत्यापन कराना चाहिए था। इसके बाद आगे की धनराशि निर्गत करनी चाहिए थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
- यह काम त्वरित आर्थिक विकास योजना के तहत होने हैं, शहर की कुछ सड़कों का काम खराब है, इस पर चेतावनी भी जारी की गई है। अभी तक कुल बारह करोड़ रुपये निर्गत हो चुका है। बाकी पैसा आना है। शहर में चार सड़के बनी हैं। मानिक चन्द्र, लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड एक्सईएन महोबा।