चचेरे भाइयों ने सल्फास खाकर जान दी
कुलपहाड़ (महोबा) संवाद सहयोगी : जिले के कोतवाली कुलपहाड़ क्षेत्र के गांव भटेवरा में दो चचेरे भाईयों ने
कुलपहाड़ (महोबा) संवाद सहयोगी : जिले के कोतवाली कुलपहाड़ क्षेत्र के गांव भटेवरा में दो चचेरे भाईयों ने सल्फास खाकर मौत को गले लगा लिया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। ग्रामीणों में पढ़ाई न करने व बाइक चलाने पर डांटने के कारण आत्महत्या करने की चर्चा है।
कोतवाली कुलपहाड़ क्षेत्र के भटेवरा गांव निवासी 14 वर्षीय जयहिंद पुत्र रामकिशोर व उसके चचेरे भाई 16 वर्षीय देवकरन पुत्र बालकेश ने मंगलवार की देर शाम गांव के बाहर बने एक धार्मिक स्थल पर सल्फास की गोलियां गटक लीं। इसे बाद दोनों की हालत बिगड़ने लगी और अचेत होकर गिर पड़े। राहगीरों ने दोनों की हालत में देखकर आनन-फानन इसकी सूचना उनके परिजनों को दी। परिजनों द्वारा अचेत अवस्था में जयहिंद व देवकरन को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
पिता रामकिशोर व बालकेश ने कि उन्हें जानकारी मिली कि उनके बेटे मंदिर के पास अचेतावस्था में पड़े हैं। वह भागकर गए और उन्हें उठाकर अस्पताल लाए। अस्पताल में डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित करते हुए बताया कि बच्चों ने जहर का सेवन किया है। हालांकि वह लोग यह बताने में नाकाम रहे कि किशोरों ने जहर क्यों खाया। कभी वह खुद पढ़ाई के लिए बार बार कहने की बात करते दिखे तो कभी बाइक न चलाने देने की बात बोलकर लगातार रोते रहे। दोनों भाइयों की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है, वहीं जो भी घटना के बारे में सुनता है उनकी आंखें नम हो जाती है। एसडीएम रिजवान अहमद ने बताया कि जानकारी मिली थी। उन्होंने अपने स्टाफ से पता करवाया तो मालूम चला कि बच्चे पढ़ाई में कमजोर थे, घर में उनसे लगातार पढ़ने के लिए कहा जाता रहा है। हो सकता है कि जहरीला पदार्थ खाना इसी नाराजगी की वजह हो।