ईद को लेकर सजी दुकानें, चहल-पहल बढ़ी
महराजगंज : ईद की धमक हो और बाजारों में चहल-पहल ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता। त्योहार यानी ईद का समय ज्य
महराजगंज : ईद की धमक हो और बाजारों में चहल-पहल ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता। त्योहार यानी ईद का समय ज्यों-ज्यों नजदीक आता जा रहा है। बाजारों की रौनक बढ़ती जा रही है। फल, मेवे, सेवइयां से सजी-धजी दुकानें तो दिख ही रही है। अब रेडीमेड व कपड़े की दुकानों पर भी भीड़ दिखने लगी है। जमकर खरीदारी हो रही है और चांद के दीदार की तैयारी भी साथ-साथ चल रही है। पर्व-त्योहार में नए कपड़े का खासा महत्व हो जाता है। ईद के दिन मुस्लिम भाई के लोग नए व साफ-सुथरे कपड़े पहन कर ही ईदगाह व मस्जिद में ईद की नमाज अदा करते हैं। बच्चे, बूढ़े, जवान, महिला सभी के बदन पर नए-नए कपड़े ईद के दिन तो नजर आ ही जाते हैं।
30 दिनों तक रोजा रखने व चांद के दीदार उपरांत मनाए जाने वाले खुशी के त्योहार ईद को लेकर बाजारों में चहल-पहल बढ़ चली है। खासकर रेडीमेड की दुकानों की रौनक तो देखते ही बनती है। टेलर की दुकानों पर हाउस फुल का बोर्ड लग चला है। रेडीमेड दुकानों पर देर रात तक खरीदारी चल रही है। कुर्ता-पायजामा, जींस-शर्ट, लुंगी के साथ-साथ लड़कियों के परिधान की अच्छी खासी बिक्री चल रही है। अनारकली व पटियाला सूट की धाक इस बार भी बाजारों में दिख रही है। दुकानदारों ने भी मांग को देखते हुए इसके अलावा रंग-बिरंगे फ्राक, सलवार सूट आदि से भी बाजार पटे हैं। ईद के अवसर पर बनने वाले पकवान व खाने-पीने के सामान को ले किराने की दुकान पर भी भीड़ उमड़ी पड़ी है। कुल मिलाकर अगर कहा जाए तो ईद की धमक रेडीमेड की दुकानों पर दिख रही है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। ज्यों-ज्यों ईद नजदीक आएगा, बाजारों की चहल-पहल और रौनक बढ़ेगी। अब तो लोगों को बस चांद के दीदार का ही इंतजार है।