हरकत में प्रशासन, अधिकारियों ने उतारी नीली बत्ती
महराजगंज: देर से ही सही जिले के अधिकारियों की नींद टूट गई है। केंद्र व सूबे की सरकार द्वारा नीली व
महराजगंज: देर से ही सही जिले के अधिकारियों की नींद टूट गई है। केंद्र व सूबे की सरकार द्वारा नीली व लाल बत्ती हटाने के फरमान का असर जिले में शनिवार को देखने को मिला। सरकार ने अधिकारियों को भले ही वाहनों से नीली बत्ती को हटाने का निर्देश जारी किया था , मगर आदेश मिलने के बाद भी अधिकारी लापरवाह नजर आ रहे थे। जागरण में जब अधिकारियों के वाहनों की पड़ताल कर खबर प्रकाशित हुई तो जिम्मेदार नींद से जागे। इनके द्वारा शनिवार को आनन- फानन में अपने सरकारी व निजी दोनों वाहनों से नीली बत्ती को हटवा दिया है। केंद्र व प्रदेश सरकार ने वाहनों पर लाल व नीली बत्ती के प्रयोग पर रोक लगा दी है। रोक के निर्देश के बाद भी जिले के ज्यादातर अधिकारी अपने सरकारी व निजी वाहनों पर नीली बत्ती लगा कर चल रहे थे। प्राय: देखा जाता था कि सरकारी वाहनों को कर्मी भी लेकर जाते थे तथा जब भी जाम लगता था तो वे नीली बत्ती का दुरुपयोग भी करते थे। इसे लेकर शासन ने जब सख्ती दिखाई तो भी अधिकारियों ने बत्ती नहीं उतारी। सरकार के निर्देशों की धज्जियां उड़ाने वाले अधिकारियों व उनके वाहनों की जागरण ने शुक्रवार को पड़ताल की तो पता चला कि जिले में सीडीओ के सरकारी वाहन, एडीएम के निजी वाहन, एसडीएम के सरकारी वाहन तथा कुछ अधिकारियों के निजी वाहन पर नीली बत्तियां लगी हुई हैं। खबर छपने के उपरांत हरकत में आए अधिकारियों ने शनिवार को ही अपने सरकारी व निजी वाहनों से नीली बत्ती को हटा दिया है। पड़ताल में पता चला कि सीडीओ ने अपने सरकारी वाहन, एडीएम ने अपने निजी वाहन, एसडीएम ने अपने सरकारी वाहन तथा कुछ अन्य अधिकारियों ने भी अपने निजी वाहन से नीली बत्ती को हटा दिया है। वाहनों को नीली बत्ती के हटाए जाने के बाद अधिकारियों का कहना है कि डीएम के निर्देश के क्रम में वाहनों से नीली बत्तियों को उतार दिया गया है।