स्वच्छता अभियान चलाकर, भूल गए अधिकारी
महराजगंज: केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत अभियान चला रही है। इसके बाद स्वच्छता का अलख
महराजगंज: केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत अभियान चला रही है। इसके बाद स्वच्छता का अलख जगाने के लिए अधिकारी, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी व आम जनों ने गांवों से लेकर शहर तक सड़कों नालियों की सफाई कर स्वच्छता का संकल्प लिया। लेकिन इसके बाद सभी इस संकल्प को भूल गए। यह अभियान सिर्फ कोरम बन कर रह गया। गांवों की गलियां हों या नगर के चौराहे, हर तरफ गंदगी ही गंदगी फैली है। ऐसे में यहां रहना बीमारियों को दावत देने के समान है। स्वच्छता अभियान की सच पर नजर दौड़ाए जाए तो पिछले महिने 16 अप्रैल से जनपद में अभियान चलाया गया था। सांसद पंकज चौधरी संग भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जिला अस्पताल परिसर में सफाई की थी। इसके बाद सफाईकर्मियों की भारी भरकम फौज ने सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। लेकिन वर्तमान में यहां कूड़ा करकट, गाज पट्टी का ढेर लगा है। इसके बाद न तो सांसद ने ही इसकी सुधि ली, और न ही अधिकारियों ने। यही हाल अंबेडकर पार्क का है, इसमें भी सांसद ने स्वच्छता का बीड़ा उठाया था। लेकिन समय गुजरने के साथ टांय टांय फुस्स हो गया। गांधी पार्क में भी फौज फाटे के साथ बड़े जोर शोर से सफाई अभियान चला था। लेकिन हाल फिलहाल वर्तमान में नतीजा ढाक के तीन पात है। कूड़ा करकट, फल के छिलके पार्क की शोभा में खलल डाल रहे हैं। जबकि कांशीराम आवास बैकुंठपुर वार्ड व नेहरू नगर वार्ड में अधिशासी अधिकारी लव कुमार के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सफाई कर्मी बेलचा, खुदाल लेकर सफाई की। नाली के किनारे उगे घास को साफ किया। जाम नालियों की सफाई कर दवा का छिड़काव किया। मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव कराया गया। एक ट्राली कूड़े का निस्तारण किया गया। चहुंओर सड़क चम-चमा उठी। स्थानीय नागरिक इस अभियान से गदगद हो उठे। लेकिन वर्तमान में ये मुहल्ले चार दिन चांदनी फिर अंधेरी रात की कहावत चरितार्थ कर रहा है। कांशीराम आवास निवासी लवकुश के घर के सामने कूड़े करकट का ढेर लगा है, जिसमें जानवर विचरण करते रहते हैं। जबकि नेहरू नगर वार्ड अजय के घर के पास गंदगी का अंबार है। इससे उठने वाली दुर्गंध हवाओं के साथ उनके घरों के भीतर तक पहुंचती है, जिससे वहां रहना दुश्वार हो जाता है। स्वच्छता के प्रति सांसद, अधिकारी व आमजन कितना जागरूक हैं, इसकी हकीकत बया करने के लिए यह चार स्थान काफी है। जब नगर के वार्ड का यह हाल है, तो जनपद के गांवों का यह हश्र होगा, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। ----------------------------------------------------------------यह भी जानिए-
नगर पालिका महराजगंज के 25 वार्ड में 84 सफाई कर्मी- कूड़ा निस्तारण के लिए ट्रैक्टर ट्राली- 4
- फा¨गग मशीन- 2
- 929 ग्राम पंचायतों में 1255 सफाई कर्मी
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टेंडर के बाद भी नहीं हुआ कूड़ेदान की आपूर्ति
महराजगंज: नगर पालिका परिषद महराजगंज में करीब सात माह पूर्व ही कूड़ेदान के लिए टेंडर हो चुका था। लेकिन इसकी आपूर्ति अभी तक नहीं हो सकी। ऐसे में वार्डों में इसका अभाव नजर आ रहा है। खबर है कि संबंधित फर्म को दो बार नोटिस दी गई है। बावजूद आपूर्ति नहीं हो सकी।
----------------------------------------------------------सो रहे वालंटियर
महराजगंज: ग्राम पंचायतों में स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए वालंटियरों की तैनाती की गई है। जो गांव गांव सीटी बजाकर लोगों को गंदगी न करने,खुले में शौच नहीं करने आदि के लिए प्रेरित करेंगे। लेकिन अधिकांश जगह वालंटियर सो रहे हैं। वह अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन न कर, बल्कि गांवों की राजनीति में रूचि ले रहे हैं।
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रोस्टर के अनुसार हो रही सफाई: ईओ
महराजगंज: नगर पालिका परिषद महराजगंज के अधिशासी अधिकारी लव कुमार ने कहा कि यहां आबादी के अनुसार सफाई कर्मियों की संख्या कम है। इसी में से करीब 12 सफाई कर्मी ट्राली पर चले जाते हैं, सात आठ कर्मचारी पंपों पर ड्यूटी करते हैं। प्रदेश सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के तहत सफाई अभियान चलाया गया था। इन वार्डों में रोस्टर के हिसाब से सफाई करायी जा रही है।
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लगातार चल रहा सफाई अभियान: एडीपीआरओ
महराजगंज: सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी नित्यानंद ने कहा कि स्वच्छता अभियान लगातार चल रहा है। ग्राम पंचायतों के गांवों में तीन तीन दिनों तक सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाकर सफाई करायी जा रही है। रोस्टर के अनुसार सभी गांवों को कवर किया जा रहा है।
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