पौधरोपण से ही होगा पर्यावरण सुरक्षित
महराजगंज: दैनिक जागरण पौधरोपण अभियान से प्रेरित होकर मंगलवार को जयकरन चौरसिया इंटर मीडिएट कालेज बागा
महराजगंज: दैनिक जागरण पौधरोपण अभियान से प्रेरित होकर मंगलवार को जयकरन चौरसिया इंटर मीडिएट कालेज बागापार के प्रांगण में कालेज के प्रबंधक रामराज चौरसिया उ़र्फ फुन्नी वर्मा ने पौधरोपण किया। इसके बाद पर्यावरण संरक्षण विषय पर गोष्ठी आयोजित की गयी। गोष्ठी को संबोधित करते हुए कालेज के प्रबंधक रामराज चौरसिया ने कहा कि वृक्ष हमारे सच्चे साथी होते हैं। वृक्ष के बिना धरती पर मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि पौधरोपण करना एक बहुत बड़ा धार्मिक एवं ईश्वरीय कार्य है। इस कार्य से भगवान बहुत प्रसन्न होते हैं। एक वृक्ष दस पुत्र के समान होते हैं। वृक्ष ने हमें शुद्ध हवा, औषधि, कीमती लकड़ियां एवं पर्यावरण को संतुलित करने का साधन मिलता है। उन्होंने कहा कि वृक्ष के अभाव में हम लंबे समय तक इस धरती पर जीवित नहीं रह सकते। मनुष्य इस सभी बातों को जानकर भी अनजान बना हुआ है। अंधाधुंध पेड़ों की कटानें हो रही है। अपने निजी स्वार्थों में इंसान अपने ही भविष्य को काल में मुंह में झोंक रहा है। गोष्ठी को संबोधित करते हुए कालेज के प्रधानाचार्य विधिनारायण वर्मा ने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन साथी हैं। वृक्ष हम सभी के जीवन में खुशहाली के नए आयाम देते हैं। अगर हम सभी लोग अपने जीवन में अधिक पेंड लगाएं तो हम सभी का जीवन उतना ही खुशहाल होगा। वृक्ष हमें आक्सीजन देते हैं। मनुष्य आक्सीजन के बिना जीवित नहीं रह पायेगा। कालेज के प्रवक्ता सुकदेव पासवान ने कहा कि मनुष्य अपने स्वार्थों में प्रकृति के साथ छेड़छाड़ कर रहा है। इसीलिए प्रकृति भी अपना कमाल दिखाना शुरू कर दिया है। अगर समय रहते इंसान चेता नहीं तो इसका अंजाम बहुत भयावह होगा। इससे पूर्व कालेज के छात्राएं गायत्री वर्मा, अनीता पटेल, निशा वर्मा, शांति वर्मा, सोनी, ज्योति आदि ने पर्यावरण पर आधारित गीत प्रस्तुत किया। छात्र पशुपति वर्मा ने पर्यावरण संरक्षण पर भाषण दिया। इस दौरान शिक्षक अखिलेश त्रिपाठी, महेश कुमार, ऋषिकेश गुप्ता, तेजबहादुर पटेल, रेनू वर्मा, सुश्री रागिनी गौड़, शांति प्रजापति, ¨रकी, मालती, रंजू, सोनी वर्मा, सुनीता, सावित्री, मंजू, माया, दुर्गावती, प्रेमलता, मधु, पूजा यादव, सुचिता, मंगल लाल, दीपेंद्र, भोलेनाथ, रोगी सहित तमाम छात्र एवं छात्राएं मौजूद रहे।