रिहायसी इलाके में सूअरबाड़े, नपा प्रशासन मौन
महराजगंज: शासन का सख्त आदेश है कि रिहायसी इलाकों से दूर सूअर बाड़े स्थापित किए जाए। जिससे की इंसेफ्
महराजगंज:
शासन का सख्त आदेश है कि रिहायसी इलाकों से दूर सूअर बाड़े स्थापित किए जाए। जिससे की इंसेफ्लाइटिस जैसी घातक बीमारी को बढ़ने से रोका जा सके। मगर नगर पालिका परिषद के कई वार्डो में सूअर पालन किया जा रहा है। इसकी शिकायत नागरिकों ने कई बार नपा प्रशासन से की, लेकिन सूअरबाड़ों को हटवाने में कोई दिलचस्पी न लिए जाने से सूअरों का आतंक नगर में बढ़ गया है। रेलवे स्टेशन हो या प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर या सार्वजनिक स्थान हर जगह सूअरों के झुंड को घूमते हुए देखा जा सकता है।
नगर के खनुवा चौराहे से बनैलिया मंदिर रोड के किनारे परसोइया मोहल्ला, गोरखा स्कूल के सामने व स्टेशन रोड के समीप सूअरबाड़े स्थापित है। जहां से सूअर सुबह अपने बाड़ों से निकलकर शहर के व्यस्त क्षेत्रों में घूम रहे और गंदगी फैला रहे हैं। जबकि बारिश के समय इंसेफेलाइटिस जैसे घातक बीमारी का खतरा और बढ़ जाता है। पिछले दो सालों में करीब छह मासूम इंसेफेलाइटिस से पीड़ित हो चुके हैं। जिनमें से दो की मौत भी हो चुकी है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं है। नपा प्रशासन के ढीले रवैये से रिहायसी क्षेत्रों के बीच से सूअर बाड़े न हटने से नागरिकों में काफी आक्रोश है। नागरिक सोनू, आशुतोष मिश्रा, संजय कुमार, सतीश जायसवाल, हनुमत तिवारी, धीरेन्द्र चौधरी, अनिल गुप्ता व मुन्ना चौधरी का कहना है कि सूअर बाडों को हटाने के लिए नपा प्रशासन से कई बार शिकायत की गयी, लेकिन कोई पहल न किये जाने से स्थिति गंभीर बनी हुई है। यदि शीघ्र बाड़ों को नहीं हटवाया गया तो सड़क पर उतर कर विरोध किया जाएगा। नपा अध्यक्ष नायला खान ने कहा कि शीघ्र ही सूअरबाड़ों को हटवाया जाएगा। इसके लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। निर्देश का पालन न करने पर सूअर पालकों पर कार्यवाही की जाएगी।