Move to Jagran APP

नेपाल भंसार कर्मियों की मनमानी ने ली मरीज की जान

महराजगंज: एक तरफ जहां भारतीय प्रशासन नेपाल में भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए तत्परता दिखाया, वहीं

By Edited By: Published: Tue, 02 Jun 2015 10:20 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2015 10:20 PM (IST)
नेपाल भंसार कर्मियों की मनमानी ने ली मरीज की जान

महराजगंज:

loksabha election banner

एक तरफ जहां भारतीय प्रशासन नेपाल में भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए तत्परता दिखाया, वहीं सोनौली सीमा सटे नेपाल के बेलहिया भंसार पर भंसार कर्मियों की मनमानी से एक भारतीय मरीज की जान चली गयी। मामला तब प्रकाश में आया जब इसकी शिकायत परिजनों ने नेपाल प्रशासन से की। मामले को गंभीरता से लेते हुए भैरहवा कस्टम चीफ ने मामले में जांच बैठाते हुए मौके पर तैनात कर्मियों को तलब किया है।

नौतनवा ब्लाक क्षेत्र के हरदी डाली गांव के बिचला टोला निवासी 50 वर्षीय राजकिशोर विश्वकर्मा की तबीयत रविवार की देर रात खराब हो गयी। पहले तो परिजन उसे लेकर सोनौली के एक प्राइवेट अस्पताल पर पहुंचे। जहां उसकी हालत देख उसे एंबुलेंस से भैरहवा मेडिकल कालेज भेजा गया। परिजन रात करीब ग्यारह बजे सोनौली सीमा पर पहुंचे। जहां भारतीय कस्टम विभाग ने अपने बैरियर को खोल कर नेपाल जाने की अनुमति दे दी। मगर बेलहिया भंसार कर्मियों ने नियम कानून का हवाला देकर मरीज लिए एंबुलेंस के प्रवेश पर रोक लगा दी। जिस परिजन उनसे मरीज की जान बचाने की गुहार लगाते हुए बैरियर उठाने की मांग करने लगे। मगर भंसार कर्मी नहीं माने। एंबुलेंस करीब दो घंटे तक बैरियर पर ही रुकी रही। इसी दौरान उसमें तड़प रहे मरीज की मौत हो गयी। जिसको लेकर काफी हंगामा भी हुआ। एसएसबी जवानों के हस्तक्षेप के बाद नेपाल भंसार कर्मियों ने बैरियर खोला। भैरहवा मेडिकल कालेज पहुंचने पर चिकित्सकों ने मरीज की मौत करीब घंटा भर पहले होने की पुष्टि की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.