होली के रंग में रसोई गैस की भंग
महराजगंज : रसोई गैस की किल्लत ने किचन में लजीज व्यंजनों के जायका को ही समेट दिया है। इसके न मिलने से
महराजगंज : रसोई गैस की किल्लत ने किचन में लजीज व्यंजनों के जायका को ही समेट दिया है। इसके न मिलने से घर का अमन-चैन तो बिगड़ ही रहा है गोदामों पर भी मारपीट के मामले सामने आए हैं। चाहे बात मिठौरा, नौतनवां, फरेंदा की हो या फिर जिला मुख्यालय की। हर जगह गैस को लेकर मारामारी मची है। हालांकि प्रशासन ने बेहतर व्यवस्था का दावा किया है लेकिन समय कम होने से व्यवस्था चरमरा गयी है। इससे लोगों को लगने लगा है कि गैस की किल्लत से होली के रंग में भंग न पड़ जाए।
जनवरी से ही रसोई गैस की किल्लत झेलने का सिलसिला मार्च में होली पड़ने से और बढ़ गया। गैस की जबरदस्त किल्लत होने से होली की पूर्व संध्या पर किचन का जायका बिगड़ गया।
मालूम हो कि जिले में 17 गैस एजेंसियों से 71 हजार 681 उपभोक्ता जुड़े हैं।
उपभोक्ताओं का आरोप है कि एजेंसी मालिकों ने होली महापर्व के मद्देनजर सिलेंडर को गोदाम से इतर स्टाक कर लिया। इसी से गैस की अचानक जबरदस्त किल्लत हो गयी। पहले से स्टाक गैस को एजेंसी के लोग अब ब्लैक कर रहे हैं और अब गैस की कम आवक का बहाना बनाकर हाथ खड़े कर दिए। इण्डियन आयल कारपोरेशन के मुताबिक बुकिंग के 72 घंटे के भीतर उपभोक्ताओं को रसोई गैस मिल जानी चाहिए।
इण्डियन आयल कारपोरेशन के दिशा-निर्देशों का इस जिले की कोई एजेंसी पालन नहीं कर रही है। बुकिंग के तीन दिन के भीतर गैस मिलने की कौन कहे तीस दिन में भी रसोई गैस नहीं मिल रही है।