खाड़ी देश भेजी जा रही 11 युवतियां पकड़ी गई
जागरण संवाददाता, महराजगंज : नेपाल सीमा पर स्थित ठूठीबारी में प्रकाश नामक एक व्यक्ति के कब्जे से 11 नेपाली युवतियों को एसएसबी ने सोमवार की शाम मुक्त करा लिया। सभी युवतियां खाड़ी देश भेजी जा रहीं थीं।
सोनौली बार्डर पर सख्त पहरा होने के कारण अंतरराष्ट्रीय गिरोह ठूठीबारी से नेपाली युवतियों को खाड़ी देश पहुंचाने की योजना में थे। बढि़यां नौकरी का लालच देकर गिरोह के सदस्य इन युवतियों को महराजगंज, गोरखपुर, लखनऊ होते हुए दिल्ली ले जाते। दिल्ली एअरपोर्ट से इन सबको तुर्कमिनिस्तान पहुंचाना था। यह खुलासा एसएसबी के हत्थे चढ़े गिरोह के सक्रिय सदस्य प्रकाश ने पूछताछ में स्वीकार किया। नेपाल राष्ट्र के काठमांडू पोखरा निवासी प्रकाश ने बताया कि इन सबको उनके माता-पिता की अनुमति से लेकर जा रहे थे। युवतियों ने भी यह बताया कि वे बढि़यां नौकरी की लालच में खाड़ी देश जा रहीं थीं। हालांकि कड़ाई से पूछताछ के बाद प्रकाश टूट गया। उसने चौंकाने वाली जानकारी दी। उसने गिरोह के सरगना समेत सभी 18 सदस्यों के नाम व ठिकाने का पता बताया। पकड़ी गई युवतियों में 31 वर्षीय सौमाया नवल परासी, 25 वर्षीय मायश्री व 31 वर्षीय कल्पना हथौड़ा की निवासी हैं, जबकि पोखरा की सीता परियार, सरलाही की चंद्र माया, उदयपुर की लाल कुमारी गुरूंग, काठमांडू की अंजू लामा, सिधूरी की विमला, पोखरा की देव माया, नवलपरासी की शिल्पा थाना, गोरखा की सीता अमगई है।
एसएसबी के सहायक सेनानायक प्रतीक गुप्ता ने बताया कि सभी युवतियों को सीमा इंसपेक्टर चंद कुमार थापा की मौजूदगी में नेपाल में माइती संस्थान के सदस्यों के हवाले कर दिया। इन सदस्यों ने वादा किया है कि सभी को उनके घर पहुंचा दिया जाएगा।