रिमझिम फुहारों के बीच योग दिवस पर मचलती दीवानगी
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान पर सुबह अद्भुत नजारा था। बारिश की फुहार के बीच योग की दीवानगी सिर चढ़कर बोल रही थी।
लखनऊ (जेएनएन)। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर देश ही नहीं, विश्व के आकर्षण का केंद्र बने लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान पर बुधवार की सुबह अद्भुत नजारा था। रिमझिम फुहारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बच्चों के बीच जाकर योग साधना में तल्लीन हो गए। वहीं, राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा ने एनसीसी कैडेट्स के बीच योगाभ्यास कर उनका उत्साहवर्धन किया। योगाभ्यास से पहले मोदी ने मैदान में जुटी भीड़ को योग की महत्ता से परिचित कराते हुए इसे जीवन का हिस्सा बनाने पर जोर दिया। यह कहते हुए कि तंदरुस्ती और स्वास्थ्य से ज्यादा आरोग्य का महत्व है। योग आरोग्य प्राप्ति का सहज माध्यम है।
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योग दिवस कार्यक्रम को लेकर यूं तो रमाबाई अंबेडकर मैदान रात दो बजे से ही गुलजार होने लगा था लेकिन, सुबह चार बजे से मैदान में हजारों की संख्या में योग साधकों की जुटान हो चुकी थी। इनमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, पुलिस व सैन्य बलों के जवान, एनसीसी कैडेट्स, स्वयंसेवी व धर्मार्थ संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल थे। सुबह चार बजे अचानक मौसम ने करवट ली।
तस्वीर-रामपुर में मुस्लिम महिलाओं का योगाभ्यास
बादलों की गरज और बिजली की चमक के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई लेकिन, मौसम का यह बागी तेवर योग साधकों के उत्साह को डिगा न सका। मैदान में लोगों का आना जारी रहा। प्रधानमंत्री का बेसब्री से इंतजार करते हुए लोगों ने मैदान में बिछाई गई योग मैट को उठाकर सिर ढक लिया। मौसम के बदले मिजाज ने अधिकारियों की पेशानी पर बल डाल दिए। मौके की नजाकत को देखते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने माइक संभाला और मैदान में जुटी भीड़ से व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध किया।
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बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही थी लेकिन, समय के साथ योग प्रेमियों का जोश भी बढ़ता जा रहा था। सुबह 6.40 बजे मोदी मैदान के मंच पर पहुंचे तो भीड़ ने मोदी-मोदी, भारत माता की जय और जय श्रीराम के नारे लगाए। भीड़ के जोशीले अंदाज से उत्साहित मोदी ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि कभी हिमालय की कंदराओं और जंगलों में ऋषि-मुनियों द्वारा किया जाने वाला योग अब घर-घर पहुंच गया है। उनसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योग दिवस कार्यक्रम की प्रस्तावना रख चुके थे। मैदान में जुटी भीड़ की खुशी का ठिकाना न रहा जब अपने 11 मिनट के संबोधन के बाद मोदी मंच से उतरे और अर्धचंद्राकार गैलरी से होते हुए योगाभ्यास के लिए तैयार बच्चों के बीच जाकर बैठ गए। अपने साथ मंच से उतरे राज्यपाल, मुख्यमंत्री, दोनों उप मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद यशो नाईक और राज्य के आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी को उन्होंने बीच में ही रोक दिया तो ये सभी एनसीसी कैडेट्स के लिए बनाए गए विंग में दाखिल हुए और वहीं योगाभ्यास किया।
तस्वीरों में देखें-योग के आसनों पर जमा यूपी
मोदी बच्चों के बीच जाकर बैठे तो पद्मासन की मुद्रा में लेकिन, जैसे ही कार्यक्रम के संचालकों ने योग साधना से पहले प्रार्थना का एलान किया तो वह वज्रासन की मुद्रा में आ गए। प्रार्थना समाप्त होने के बाद उन्होंने संचालकों की उद्घोषणाओं के अनुसार अनुलोम-विलोम प्राणायाम, कपाल भाति समेत कई यौगिक क्रियाएं कीं। लगभग 22 मिनट तक जब तक वह योग साधना में लीन रहे, सभी के आकर्षण का केंद्र रहे। बारिश की फुहारों के बीच लोगों में विभिन्न योग मुद्राओं में उनकी फोटो लेने की होड़ रही। कई लोग तो दूर से ही स्मार्टफोन के कैमरे को एडजस्ट कर उनके साथ सेल्फी लेने के लिए प्रयासरत दिखे। योगाभ्यास के बाद वापस मंच की ओर जाते हुए भी उन्होंने बैरिकेडिंग से कूद पडऩे को आतुर अपने प्रशंसकों को निराश नहीं किया। सबसे हाथ मिलाते हुए 50 मिनट के अपने ठहराव के बाद उन्होंने कार्यक्रम स्थल से विदा ली।