Yoga Day: मोदी के योग पर समाजवादी पार्टी का 'साइकिल योग'
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर समाजवादी पार्टी ने आज साइकिल योग का आयोजन किया। इस दौरान सूबे के सभी जिलों में योग दिवस पर साइकिल रैली निकाली गई।
लखनऊ (जेेएनएन)। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर समाजवादी पार्टी ने आज साइकिल योग का आयोजन किया। इस दौरान सूबे के सभी जिलों में योग दिवस पर साइकिल रैली निकाली गई। विश्व योग दिवस पर सपा महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने आज इटावा के पक्का तालाब चौराहे से समाजवादी कार्यकर्ताओ की साइकिल को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि योगा के 10 आसनों से आगे साईकिल चलाने को कहा, उन्होंने बताया कि साइकिल चलाना योगा का सरप्लस है,साइकिल चलाने वाले को कभी हार्ट,घुटने का व जोड़ो की दिक्कत नही होती है । मोदी के योगा से साइकिलिंग करना बड़ा योग है सभी को साइकिल जरूर चालानी चाहिये।
लखनऊ में जनेश्वर मिश्र पार्क में भारी संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए साइकिल चलाई। इस दौरान सपा के एमएलसी राजपाल कश्यप, सपा के नगर अध्यक्ष फाखिर सिद्दीकी, युवा नेता गौरव दुबे, दिग्विजय सिंह देव, अतुल प्रधान, मो एबाद, प्रदीप तिवारी औऱ बबलू खान समेत तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे। समाजवादियों ने साइकिल रैली को योग नहीं, सत्तारूढ़ बीजेपी का सांकेतिक विरोध बताया।वहीं सपा जिलाध्यक्ष अशोक यादव ने मोहनलालगंज में साइकिल चलाई।
दरअसल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पर्यावरण एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए योग दिवस पर साईकिल यात्रा अभियान का ऐलान किया गया था। राज्य के प्रत्येक जनपद मुख्यालय पर इसका आयोजन सुबह छह बजे किया गया। निर्देशों में कहा गया कि कार्यकर्ता इसके बाद सुविधानुसार घर पर योग एवं व्यायाम करेंगे।
उधर बीजेपी ने योग दिवस पर साइकिल चलाने की बात पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया था। पार्टी के प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि अच्छा होता कि अखिलेश यादव सियासत से ऊपर उठकर पूरी दुनिया को एकता और सौहार्द का संदेश देते।
छह महीने तक यूपी में बीजेपी सरकार का विरोध न करने की बात कहने वाले सपा मुखिया अखिलेश यादव बेहद जल्दी में हैं। वह ऐसे समय में भी राजनीति कर रह रहे हैं, जब देश पीएम मोदी के साथ है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयासों से पूरी दुनिया में योग को नई पहचान मिली है। अच्छा होता कि राष्ट्रीय मुद्दे पर सियासत न करते हुए अखिलेश पीएम के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते।