यूपी पुलिस से गुस्सा आइपीएस की पत्नी धरने पर
लखनऊ। पांच दिन बाद भी घर में चोरी की घटना का खुलासा न होने से क्षुब्ध होकर वरिष्ठ आइपीएस अमि
लखनऊ। पांच दिन बाद भी घर में चोरी की घटना का खुलासा न होने से क्षुब्ध होकर वरिष्ठ आइपीएस अमिताभ ठाकुर की पत्नी सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर को डीजीपी कार्यालय के सामने एक घंटे धरना देकर पूरे मामले में कार्रवाई की मांग करनी पड़ी। डीजीपी एएल बनर्जी के न मिलने पर नूतन ठाकुर ने उनके कार्यालय में अपना ज्ञापन दिया। उन्होंने लखनऊ के एसएसपी को दस दिन का समय दिया है। अगर दस दिन में भी उनके घर की चोरी का खुलासा नहीं हुआ तो वह लखनऊ के सभी चोरी पीड़ितों को लेकर आंदोलन करेंगी।
नूतन ठाकुर का कहना है लखनऊ की सर्वाधिक सुरक्षित माने जाने वाली कालोनी गोमतीनगर में एक आइपीएस अधिकारी के घर जब चोरी की घटना में पुलिस के लचर रवैये का यह आलम है तो आम आदमी के घर चोरी के बाद पुलिस क्या रुख अपनाती होगी। चोरी के पांच दिन बाद भी कोई कार्रवाई न होने से नूतन ठाकुर के सब्र का बांध टूट चुका है। नूतन के धरने की बात सुनकर सुबह से ही उनके घर एएसपी ट्रांसगोमती दिनेश यादव, इंस्पेक्टर गोमतीनगर रामप्रदीप यादव समेत अन्य अधिकारियों का तांता लग गया। नूतन ने उनकी एक न सुनी और पहुंच गई धरना देने।
उन्होंने बताया कि उनके डीजीपी कार्यालय पर धरना देने की भनक लगते ही सुबह 10:30 बजे एसएसपी प्रवीण कुमार ने फोन करके तीन दिन में चोरी के खुलासे की बात कही। साथ ही पूरे मामले का पर्यवेक्षण एएसपी क्राइम से कराने को कहा है। एसएसपी के इस प्रस्ताव पर पर नूतन ने उन्हें दस दिन का समय देते हुए कहा कि अगर दिए गए समय में चोरी नहीं खुली तो राजधानी में जितनी भी चोरियों का खुलासा नहीं हुआ है, सभी पीड़ितों के साथ मिलकर वह बड़ा आंदोलन करेंगे। इस आंदोलन में उनके साथ प्रदेश के अन्य जिलों के पीड़ित हिस्सा ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि चोरी का फर्जी खुलासा करने के लिए पुलिस ने कुछ ठेले वालों को उठाकर उनकी पिटाई की, जो मानवाधिकार हनन की श्रेणी में आता है। नूतन ने कहा कि उनके घर में चोरी के खुलासे के लिए पुलिस किसी गरीब को परेशान न करें।
गौरतलब है कि अमिताभ व नूतन ठाकुर 14 व 15 अक्टूबर को शहर से बाहर थे। जब यह लोग 16 अक्टूबर को घर लौटे तो उनके घर में चोरी की घटना का पता चला। चोरी में उनके घर से लाखों का सामान गायब हुआ है।
स्पेशल रिपोर्ट लगी, विवेचक बदले
इंस्पेक्टर गोमतीनगर का कहना है कि इस पूरे मामले में स्पेशल रिपोर्ट लगा दी गई है। दारोगा श्रीराम को विवेचना से हटा दिया गया है। अब एसएसआइ सत्येंद्र सिंह विवेचना करेंगे।