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मौसम से फसलों पर बुरा असर, स्वाइन फ्लू के अभी सक्रिय रहने के आसार

फाल्गुन में मौसम के पलटवार ने प्रदेश सरकार की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। फसलों के खराब होने के साथ ही स्वाइन फ्लू अभी और समय तक रहने के आसार हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 02 Mar 2015 10:13 AM (IST)Updated: Mon, 02 Mar 2015 10:16 AM (IST)
मौसम से फसलों पर बुरा असर, स्वाइन फ्लू के अभी सक्रिय रहने के आसार

लखनऊ। फाल्गुन में मौसम के पलटवार ने प्रदेश सरकार की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। फसलों के खराब होने के साथ ही स्वाइन फ्लू अभी और समय तक रहने के आसार हैं।

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विज्ञानियों ने जिस बात की आशंका जतायी थी, हकीकत बनकर मौसम ने प्रदेश में उसकी भयावह तस्वीर उकेर दी। बेमौसम हुई बरसात से फसल की बर्बादी के साथ किसानों के चेहरे भी मुरझा गए। तिलहन, गेहूं, आलू और दलहन समेत लगभग सभी फसलों को व्यापक नुकसान होने की आशंका है। उन किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आयी हैं जिन पर कर्ज लदा है। बुंदेलखंड में फसल बर्बादी देख एक किसान की सदमे से मौत हो गई, वहीं कर्ज में डूबे दूसरे किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी। इधर, मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक सोमवार को भी बारिश होने के पूरे आसार हैं। पश्चिमी यूपी में बारिश अधिक हो सकती है। मंगलवार को भी बदली व हल्की बूंदाबांदी की आशंका है। बुधवार को मौसम साफ होगा। प्रदेश में उठा यह पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान से आया है।

बेमौसम बारिश ने रुलाया

पहले ही तमाम समस्याओं से जूझ रहे किसानों को बेमौसम बरसात ने कल खूब रुलाया। बुंदेलखंड, कानपुर, फर्रुखाबाद, इटावा, हरदोई, फतेहपुर व कन्नौज समेत कई जिलों में शनिवार रात से ही हो रही बारिश रविवार को भी दिनभर रुक रुक कर होती रही। वर्षा के कारण आलू की बेल सड़ सकती है। अगैती गेहूं की फसल तेज हवाओं से गिर गयी हैं। अनवरत बारिश से दहलनी व तिलहनी फसलों का भारी नुकसान हुआ। चना, मटर व मसूर के साथ ही अब गेहूं की फसल में भी संकट खड़ा हो गया है। उधर वाराणसी, इलाहाबाद व गोरखपुर समेत पूर्वांचल के जिलों में भी बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। पश्चिमी उप्र में भी शनिवार रात से ही तेज बयार के साथ हो रही बारिश से गेंहू की फसल खेत में ही बिछ गई। आलू की फसल भी प्रभावित हुई है। बरेली में ओलावृष्टि के बाद अब वर्षा के कारण तमाम फसलों को जबरदस्त नुकसान हुआ है। मुरादाबाद मंडल में कृषि महकमा 20-30 फीसद जबकि किसान 50 फीसद से अधिक फसल नुकसान होने की बात कह रहे हैं।

जनजीवन पर भी असर

लगातार बारिश ने जनजीवन भी व्यापक असर डाला। मौसम ठंडा होने से गरम कपड़े फिर निकल आए। घरों से बाहर लोग कम ही निकले। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। फर्रुखाबाद में औसतन 5.3 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। मेरठ में 27, मुजफ्फनगर में 22.6, बागपत में 11, मुरादाबाद में 20, अलीगढ़ में 6.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। बागपत और सहारनपुर के कुछ स्थानों पर हल्की ओलावृष्टि भी हुई। वाराणसी, इलाहाबाद, गोरखपुर, लखनऊ व कानपुर समेत कई शहरों में बारिश का प्रभाव जनजीवन पर दिखा।

महंगी होंगी सब्जियां

भारी वर्षा के कारण सब्जियों की फसलें का हानि होती है। टमाटर के अलावा भिंडी, लौकी, तोरई व गोभी आदि फसल खराब होने लगती है। सब्जियों के दामों में इजाफा होने की की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। बागों में भी क्षति की आशंका बनी है। पूर्व उद्यान अधिकारी उदय प्रताप सिंह का कहना है मौसम की खराबी से बौर झडऩे और बीमारियां लगने का खतरा बनता है।

नमी तथा ठंड में पनपता है वायरस

स्वाइन फ्लू के लिए जिम्मेदार वायरस एच1एन1 नमी और ठंड में ही पनपता है। लखनऊ के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसएनएस यादव के अनुसार बारिश होने से इस वायरस के सक्रिय होने की संभावना अभी बरकरार है। रैपिड रिस्पांस टीम को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। बरेली में स्वाइन फ्लू से दो और वाराणसी में एक मरीज ने दम तोड़ दिया जबकि लखनऊ में मरीजों की संख्या पांच सौ के पार हो गई है। लखनऊ में कल स्वैब जांच में 37 नए स्वाइन फ्लू के मरीजों में एच1एन1 वायरस की पुष्टि हुई है। केजीएमयू में 21, पीजीआइ में सात व अन्य अस्पतालों के नौ स्वाइन फ्लू के मरीज हैं। रविवार को वायरस की चपेट में दस बच्चे और चार महिलाएं भी आई हैं। अब तक सवा तीन सौ के करीब मरीज ठीक हो चुके हैं। स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामलों के बीच पूर्वांचल में इसकी दवाओं का संकट हो गया है।

मरीजों के लिए बेड बढ़ाए जाएं

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकारी अस्पतालों खासकर एसजीपीजीआइ और केजीएमयू में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। यह भी कहा कि अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए दवाएं उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री कल प्रमुख सचिव स्वास्थ्य व प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा के साथ प्रदेश में स्वाइन फ्लू की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सरकार स्वाइन फ्लू से बचाव व इलाज के लिए सभी सम्भव कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि स्वाइन फ्लू से पीडि़त व्यक्ति को नि:शुल्क इलाज मुहैय्या कराया जाए। अधिकारियों को निर्देश हैं कि लोगों को जागरूक कर रोकथाम के उपायों की जानकारी दी जाए।


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