व्यापमं घोटाला : गहरा रहा कानपुर तथा एमपी कनेक्शन
मध्यप्रदेश प्री मेडिकल टेस्ट (एमपीपीएमटी) में कानपुर कनेक्शन गहराता ही जा रहा है। मध्य प्रदेश एसटीएफ जिस दिशा में तफ्तीश कर रही है उसका केंद्र बिंदु कानपुर बना हुआ है। माना जा रहा है कि कानपुर की विभिन्न कोचिंग में मेडिकल की तैयारी कर रहे टॉपर छात्रों ने पैसे के
लखनऊ (संदीप पांडेय)। मध्यप्रदेश प्री मेडिकल टेस्ट (एमपीपीएमटी) में कानपुर कनेक्शन गहराता ही जा रहा है। मध्य प्रदेश एसटीएफ जिस दिशा में तफ्तीश कर रही है उसका केंद्र बिंदु कानपुर बना हुआ है।
माना जा रहा है कि कानपुर की विभिन्न कोचिंग में मेडिकल की तैयारी कर रहे टॉपर छात्रों ने पैसे के लालच में सॉल्वर की भूमिका निभाई है। इस कारण विभिन्न कॉलेजों में दाखिला लेकर पढ़ाई कर रहे छात्र एसटीएफ के रडार पर हैं। वहीं कल केजीएमयू में पकड़े गए छात्रों में से एक पर रैकेट का सरगना होने का अंदेशा जताया गया है। गौरतलब है कि एसटीएफ ने दो दिन पहले ही कानुपर के गणोश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के तीन छात्रों को गिरफ्त में लिया था। सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार 2013 बैच के अशोक कुमार, 2009 बैच के रवि प्रकाश, 2011 के अभिमन्यु सिंह, अमित कुमार पांडे व प्रदीप कुमार के तार कानपुर से जुड़े हैं। यह सब कानपुर में ही मेडिकल की कोचिंग करते थे। वहीं से कोचिंग संचालकों की मदद से पैसा कमाने के चक्कर में ये छात्र सॉल्वर बन थे। इन छात्रों में 2011 बैच के एक छात्र को ये काम इतना रास आया कि वह बड़े पैमाने पर अंजाम देने लगा। वह कानुपर में तैयारी कर रहे टॉपर छात्रों से सपंर्क कर उन्हें सॉल्वर बनने के लिए राजी करता था। यही नहीं वह छात्रों को परीक्षा दिलाने खुद मध्य प्रदेश जाता था। वहीं इस रैकेट का सरगना माना जा रहा है। स्पेशल टास्क फोर्स सक्रिय है और इस प्रकरण में सूचीबद्ध छात्रों की तलाश जारी है।
एमपी एसटीएफ ने केजीएमयू से पांच छात्रों को उठाया
मध्य प्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के तहत आयोजित पीएमटी में साल्वर की भूमिका निभाने के संदेह की जद में आए केजीएमयू के पांच और छात्रों को मध्य प्रदेश एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया है। भोपाल, रीवां व इंदौर से आई एसटीएफ की तीन टीमों ने बिना किसी सूचना के कल छापा मारा। उन छात्रों को भी दबोचा गया जो पिछली बार भाग गए थे। एसटीएफ ने छात्रों के रूम में मिले दस्तावेज व लैपटॉप को भी अपने कब्जे में ले लिया। एसटीएफ की पहली टीम सुबह विश्वविद्यालय पहुंची। कुलपति प्रो. रविकांत से मुलाकात कर छात्रों की गिरफ्तारी के वारंट दिखाया गया। इसके बाद धरपकड़ शुरू की। संस्थान में सरस्वती पूजन कर रहे रहे 2013 बैच के छात्र अशोक कुमार को गिरफ्तार किया गया। दूसरी टीम ने टर्मिनल परीक्षा देने जा रहे 2011 बैच के छात्र अमित कुमार पांडेय, अभिमन्यु सिंह व प्रदीप कुमार को दबोचा। तीसरी टीम ने 2009 बैच के पिछली बार गिरफ्तारी से दूर रहा इंटर्न छात्र रवि प्रकाश को पकड़ा। चीफ प्राक्टर प्रो. मनीष बाजपेयी ने कहा कि एसटीएफ की टीमों ने गिरफ्तारी संबंधी दस्तावेज दिखाए। पांच छात्रों को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गए हैं।