लखनऊ में हुए शपथ ग्रहण में 22 चॉपर से पहुंचे वीवीआइपी
एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक करीब 22 चॉपर उतरे जिसमें कई वीवीआइपी मौजूद थे और देर शाम तक अपने गंतव्य की ओर रवाना भी हो गए।
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। उत्तर प्रदेश के लोकसभा व विधानसभा चुनाव में भी इतने चॉपर एक साथ नहीं उतरे थे, जितने नवनियुक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में कल लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरे। कल सुबह 10:15 बजे से चॉपर उतरने शुरू हुए और दोपहर 1:45 बजे अंतिम विशेष विमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उतरा। एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक करीब 22 चॉपर उतरे। देर शाम तक अलग अलग राज्यों से आए चॉपर अपने गंतव्य की ओर रवाना भी हो गए।
एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक छत्तीसगढ़, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड के सीएम जहां चॉपर से आए वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी चॉपर से लखनऊ पहुंचे। प्रधानमंत्री व गृहमंत्री अपने विशेष विमानों से लखनऊ आए। सूत्रों के मुताबिक भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण अडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, मनोज तिवारी, रविशंकर प्रसाद एक चॉपर से आए। अधिकारियों के मुताबिक इन चॉपर को खड़ा करने के लिए दो दिन पहले ही पूरी रणनीति बना ली गई थी।
रन वे किनारे लाइन से खड़े हुए चॉपर: रन वे के किनारे चॉपर लाइन से खड़े करवाए गए थे। अधिकारियों के मुताबिक कानपुर रोड की तरफ अलग अलग राज्यों से आने वाले चॉपर को खड़ा करने की योजना बनाई गई थी। अधिकारियों के मुताबिक सीएम आदित्य नाथ के चॉपर को स्टेट हैंगर में खड़ा करवाया गया था।
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एटीसी देता रहा पल पल की सूचना: चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर वीवीआइपी मूवमेंट की सूचना एटीसी से अफसरों को मिलती रही। एयरपोर्ट निदेशक से लेकर सीआइएसएफ कमांडेंट इसी सूचना पर वीआइपी की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 1:45 बजे के आसपास लखनऊ एयरपोर्ट अपने विशेष विमान से उतरे। इससे पहले गृहमंत्री का विशेष विमान लखनऊ आ चुका था।
सुरक्षा व्यवस्था रही पुख्ता: वीवीआइपी मूवमेंट को देखते हुए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बलों के जवानों को 18 मार्च से ही अलर्ट कर दिया गया था। वीवीआइपी चॉपर के पास विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई थी। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों से रोज की तरह नजर रखी गई है।
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