Move to Jagran APP

लखनऊ में हुए शपथ ग्रहण में 22 चॉपर से पहुंचे वीवीआइपी

एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक करीब 22 चॉपर उतरे जिसमें कई वीवीआइपी मौजूद थे और देर शाम तक अपने गंतव्य की ओर रवाना भी हो गए।

By amal chowdhuryEdited By: Published: Mon, 20 Mar 2017 10:11 AM (IST)Updated: Mon, 20 Mar 2017 10:15 AM (IST)
लखनऊ में हुए शपथ ग्रहण में 22 चॉपर से पहुंचे वीवीआइपी
लखनऊ में हुए शपथ ग्रहण में 22 चॉपर से पहुंचे वीवीआइपी

लखनऊ (जागरण संवाददाता)। उत्तर प्रदेश के लोकसभा व विधानसभा चुनाव में भी इतने चॉपर एक साथ नहीं उतरे थे, जितने नवनियुक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में कल लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरे। कल सुबह 10:15 बजे से चॉपर उतरने शुरू हुए और दोपहर 1:45 बजे अंतिम विशेष विमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उतरा। एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक करीब 22 चॉपर उतरे। देर शाम तक अलग अलग राज्यों से आए चॉपर अपने गंतव्य की ओर रवाना भी हो गए।

loksabha election banner

एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक छत्तीसगढ़, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड के सीएम जहां चॉपर से आए वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी चॉपर से लखनऊ पहुंचे। प्रधानमंत्री व गृहमंत्री अपने विशेष विमानों से लखनऊ आए। सूत्रों के मुताबिक भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण अडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, मनोज तिवारी, रविशंकर प्रसाद एक चॉपर से आए। अधिकारियों के मुताबिक इन चॉपर को खड़ा करने के लिए दो दिन पहले ही पूरी रणनीति बना ली गई थी।

रन वे किनारे लाइन से खड़े हुए चॉपर: रन वे के किनारे चॉपर लाइन से खड़े करवाए गए थे। अधिकारियों के मुताबिक कानपुर रोड की तरफ अलग अलग राज्यों से आने वाले चॉपर को खड़ा करने की योजना बनाई गई थी। अधिकारियों के मुताबिक सीएम आदित्य नाथ के चॉपर को स्टेट हैंगर में खड़ा करवाया गया था।

यह भी पढ़ें: योगी आदित्यनाथ की ताजपोशी पर जश्न में डूबा पूर्वांचल

एटीसी देता रहा पल पल की सूचना: चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर वीवीआइपी मूवमेंट की सूचना एटीसी से अफसरों को मिलती रही। एयरपोर्ट निदेशक से लेकर सीआइएसएफ कमांडेंट इसी सूचना पर वीआइपी की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 1:45 बजे के आसपास लखनऊ एयरपोर्ट अपने विशेष विमान से उतरे। इससे पहले गृहमंत्री का विशेष विमान लखनऊ आ चुका था।

सुरक्षा व्यवस्था रही पुख्ता: वीवीआइपी मूवमेंट को देखते हुए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बलों के जवानों को 18 मार्च से ही अलर्ट कर दिया गया था। वीवीआइपी चॉपर के पास विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई थी। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों से रोज की तरह नजर रखी गई है।

यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल से मतदाताओं के बीच बने रहने की कोशिश


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.