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वाराणसी-लखनऊ मार्ग पर पुलिस और ग्रामीणों में गुरिल्ला युद्ध

लखनऊ। वाराणसी के फूलपुर थाना क्षेत्र में अपने ननिहाल आया किशोर अगवा होने की खबर से आक्रो

By Edited By: Published: Sun, 31 Aug 2014 03:09 PM (IST)Updated: Sun, 31 Aug 2014 03:09 PM (IST)
वाराणसी-लखनऊ मार्ग पर पुलिस और ग्रामीणों में गुरिल्ला युद्ध

लखनऊ। वाराणसी के बड़ागाव क्षेत्र के सगुनहा व सिसवा गाव के बीच से गुजरे वाराणसी-लखनऊ मार्ग पर आज दोपहर तीन घटे तक जमकर बवाल हुआ। किशोर के अपहरण से भड़के ग्रामीणों ने आरोपी के घर धावा बोल दिया। इस दौरान पुलिस व ग्रामीणों में गुरिल्ला युद्ध की स्थिति बनी रही। अराजकता के चलते आवागमन पूरी तरह से ठप रहा। आगजनी, पथराव, आसू गैस के गोले, हवाई फायरिंग, पानी की बौछार संग उपद्रवियों की धर-पकड़ के लिए बस्ती में छापेमारी तक हुई।

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ग्रामीणों का आरोप है कि सगुनहा गाव स्थित ननिहाल में रह रहे 13 वर्षीय कन्हैया का अपहरण सिसवा निवासी रौनक हत्याकाड के आरोपी के घर रहने वाले राहुल ने अपने दो साथियों संग शनिवार की दोपहर किया था। रविवार की सुबह 11 बजे घर पहुंचे कन्हैया ने बताया कि उसे अगवा कर ट्रेन से अमेठी ले जाया गया था जहा से वह किसी तरह से खुद को छुड़ाकर भाग आया। इस कथित अपहरण को लेकर किशोर के मामा बबलू सोनकर और अन्य ग्रामीण सिसवा में आरोपी के घर पहुंच गए। वहा मौजूद आरोपी के पिता सूर्यबली मिश्रा के साथ विवाद होने लगा। कहासुनी चल रही थी कि तभी ग्रामीणों ने साथ में ले गए पेट्रोल को छिड़ककर वहा खड़ी बाइक फूंक दी। इसके साथ ही ग्रामीणों ने हत्यारोपी के घर में घुसकर बवाल शुरू कर दिया। इस बीच सूचना पर पहुंचे सिपाहियों ने हंगामा कर रहे लोगों को बाहर निकाला तो लखनऊ-वाराणसी मार्ग पर दोपहर बारह बजे से चक्काजाम शुरू कर दिया गया। ग्रामीणों के तेवर देखकर बड़ागाव व फूलपुर थाने की फोर्स पहुंची। ग्रामीणों की संख्या अधिक थी जिसे देखते हुए वज्र वाहन व वाटर कैनन मंगाया गया। चक्काजाम कर रहे ग्रामीण बार-बार आरोपी के घर धावा बोलने को उतारू थे। यह देखते हुए पुलिस ने वाटर कैनन से बौछार कर भीड़ हटाते हुए आरोपी परिवार के सभी सदस्यों को वाहन में बिठाकर निकालने की कोशिश की। इस पर ग्रामीणों ने चौतरफा वाहन पर पथराव शुरू कर दिया। तब तक मौके पर एडीएम प्रशासन पहुंच चुके थे। पथराव में फायर ब्रिगेड के तीन सिपाही देवधरन राम, हरेंद्र राय व अजीत कुमार सहित एडीएम के चालक विजय मिश्रा गंभीर रूप से घायल हो गए।

घरों से निकाले गए ग्रामीण

पथराव करने वालों में पुरुषों के अलावा बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। करीब एक घटे तक ग्रामीण हावी रहे और पुलिस फोर्स बैकफुट पर। हंगामा बढऩे की सूचना पर करीब एक बजे डीएम प्राजल यादव व एसएसपी जोगेंदर कुमार भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने और फोर्स मंगाई। डीएम ने लाउडस्पीकर से उपद्रव कर रहे ग्रामीणों को चेतावनी दी। इस बीच फोर्स एकजुट हुई और सगुनहा के सोनकर बस्ती में जबरदस्त छापेमारी करते हुए एक-एक कर घरों से ब'चे-बूढ़े, महिलाओं और जवानों को निकालना शुरू किया। उपद्रवियों की धर-पकड़ के नाम पर ग्रामीणों के घर में घुसी फोर्स ने भी जमकर ताडव किया। महिलाओं के बाल पकड़कर निकाले गए तो किशोरों पर भी लाठी बरसाई। घरेलू सामान भी तहस-नहस हुए। एसएसपी के अनुसार छापेमारी कर करीब दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। डीएम ने बताया कि सिसवा में एक प्लाटून पीएसी के साथ ही एक क्षेत्राधिकारी व चार थाना प्रभारी हालात सामान्य होने तक कैंप करेंगे। करीब चार बजे एंबुलेंस व कार आदि का संचालन वाराणसी-लखनऊ मार्ग पर शुरू कराया गया। यातायात पूरी तरह से सामान्य होने में पाच बज गए।


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