कांग्रेस पार्टी पर भरोसा करता उत्तर प्रदेश का किसान : राहुल गांधी
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों को पार्टी का मित्र बताते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा।कांग्रेस को किसानों की पार्टी बताते कहा कि किसान कांग्रेस पार्टी पर भरोसा करता है।
रायबरेली (जेएनएन)। कर्जा माफ, बिजली बिल हाफ का वादा लेकर लालगंज के बैसवारा डिग्री कालेज में आयोजित खाट सभा पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों को पार्टी का मित्र बताते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। श्रीगांधी ने कांग्रेस को किसानों की पार्टी बताते कहा कि किसान कांग्रेस पार्टी पर भरोसा करता है, यूपीए सरकार में किसानों का 70 हजार करोड़ रुपया कर्ज माफ हुआ, केंद्र सरकार ने उससे भी ज्यादा 110 हजार करोड़ रुपया माफ किया है लेकिन वह किसानों का नही बल्कि महज 12 उद्योगपतियों का है। यही कारण है कि मोदी से लेकर बीजेपी के बड़े नेता इस विषय में बोलने से बचते हैं।
किसानों का कर्जा माफ करेगी कांग्रेस, लखनऊ में राहुल गांधी का रोड-शो
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी किसानों के हिस्से का धन लूटकर उद्योगपतियों में बाटने का काम कर रही है। शायद यही कारण है कि आगामी बजट से रेलबजट को हटा दिया गया है क्यांकि उस धन को मोदी जी अपने मित्रों में बांटना चाहते हैं। उन्होने कहा कि भले ही केंद्र सरकार रेलबजट बंद कर दे लेकिन उसकी जगह किसानों के हित में नया बजट जारी कर दे।
मोदी विदेश घूमने में मस्त और देश का किसान त्रस्त: राहुल
कुम्हड़ौरा गांव निवासी रामबहादुर सिंह, कोरिहरा निवासी त्रिवेणी बहादुर सिंह, नन्द किशोर छज्जूपुर आदि किसानों ने राहुल गांधी से रायबरेली जिले की सूखी पड़ी नहरों, बंद हो चुकी स्पिनिंग मिल, पानी के गिरते जलस्तर, बदहाल विद्युत आपूर्ति के विषय में शिकायत की। जब राहुल गांधी ने कहा कि क्या इसके बदले वह सब केंद्र सरकार से किसी तोहफे की उम्मीद लगाए हैं तो किसानों ने एक स्वर में कहा कि वह सब मेहनत करना जानते हैं, केवल बुनियादी जरूरते समय पर मुहैया हो जाए तो उन्हे न तो कर्ज लेने की आवश्यकता है और न किसी तोहफे की। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि शारदा नहर के लिए यूपीए कार्यकाल में 105 करोड़ रूपये प्रदेश सरकार को भेजे गए थे लेकिन लखनऊ में शायद साईकिल चलाने में किसानों का यह धन खर्च हो गया। उन्होने कहा कि आज किसान की हालत खराब है। किसान कुछ भी मुफ्त में नही चाहता लेकिन समय से जो हक है वह मिल जाए तो वह भी सम्मानपूर्ण जीवन व्यतीत कर सकता है।