यूपीटीयू परीक्षा दूसरे राज्यों में कराने के प्रस्ताव पर शासन की मुहर
उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय (यूपीटीयू) और उससे संबद्ध इंजीनियङ्क्षरग व मैनेजमेंट कालेजों की 25 फीसद सीटों पर दूसरे राज्यों के छात्रों के लिए अलग से राज्य प्रवेश परीक्षा (एसईई) के प्रस्ताव पर शासन ने अपनी मुहर लगा दी है। प्राविधिक शिक्षा मंत्री प्रो.शिवाकांत ओझा ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे
लखनऊ। उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय (यूपीटीयू) और उससे संबद्ध इंजीनियङ्क्षरग व मैनेजमेंट कालेजों की 25 फीसद सीटों पर दूसरे राज्यों के छात्रों के लिए अलग से राज्य प्रवेश परीक्षा (एसईई) के प्रस्ताव पर शासन ने अपनी मुहर लगा दी है। प्राविधिक शिक्षा मंत्री प्रो.शिवाकांत ओझा ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे पहले यूपीटीयू के सेंट्रल एडमिशन बोर्ड (कैब) ने इस प्रस्ताव को अनुमोदित कर इसे शासन को भेजने का निर्णय किया था।
शासन से मंजूरी मिलने के बाद दूसरे राज्यों के छात्रों के लिए मई में अलग से एसईई आयोजित करने का रास्ता साफ हो गया है। अब तक एसईई के जरिये दूसरे राज्यों के छात्रों को यूपीटीयू और संबद्ध कालेज की 15 फीसद सीटों पर मैनेजमेंट कोटे के तहत प्रवेश का मौका मिलता है। इसके अलावा आइआइटी संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) के जरिये इंजीनियङ्क्षरग की 10 फीसद सीटों पर दाखिले लिये जाते हैं। इसके बावजूद बड़ी संख्या में सीटें खाली रह जाने के कारण कालेजों की यह मांग थी कि दूसरे राज्यों के छात्रों के लिए 25 प्रतिशत सीटों पर अलग से प्रवेश परीक्षा आयोजित करायी जाए। इस प्रस्ताव पर शासन ने भी मुहर लगा दी है।