देश की सबसे जालिम है यूपी पुलिस, हिरासत में ही ले ली 428 की जान
देश में पिछले एक साल में न्यायिक और पुलिस हिरासत में करीब दो हजार लोगों की मौत हुई है। इनमें सबसे ज्यादा 428 मौतें अकेले उत्तर प्रदेश में हुई हैं।
लखऩऊ( जेएनएन)। यूपी पुलिस देश की सबसे जालिम पुलिस है। उसने अपनी हिरासत में ही 428 लोंगों की जान ले ली। देश में पिछले एक साल में न्यायिक और पुलिस हिरासत में करीब दो हजार लोगों की मौत हुई है। इनमें सबसे ज्यादा 428 मौतें अकेले उत्तर प्रदेश में हुई हैं। यह जानकारी राष्ट्रीय मानवाधिकार (एनएचआरसी) के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश एचएल दत्तू ने दी।
गाजियाबाद में ऑटो चालक ने किया महिला आइएएस के अपहरण का प्रयास
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के स्थापना दिवस पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए जस्टिस दत्तू ने कहा, पिछले वर्ष अक्तूबर से इस साल सितंबर तक 1757 लोगों की मौतें न्यायिक हिरासत में हुई है, जबकि 192 लोगों की मौत पुलिस हिरासत में हुई। जिसमें अकेले यूपी में ही 428 लोंगों की मौते हुई हैं। अगर कुल मौतों के परिप्रेक्ष में देखा जाये तो यह आंकडा लगभग 25 फीसद के अासपास है।
चोरी के शक पर किशोर के प्राइवेट पार्ट में डाली बोतल
जस्टिस दत्तू के अनुसार, आयोग को मानवाधिकार हनन के बारे में हर साल एक लाख से अधिक शिकायतें मिलती हैं। इससे पता चलता है कि लोगों में अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ी है और उनका मानवाधिकार आयोग में भी विश्वास बढ़ा है। एनएचआरसी प्रमुख ने कहा कि इस संस्था में लोगों का विश्वास बरकरार रखने की जिम्मेदारी केंद्र और राज्य सरकार की है। यह विश्वास बनाए रखने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को आयोग की सिफारिशों को अपवाद स्वरूप भी नजरंदाज नहीं करना चाहिए।
शहीद पुलिसकर्मियों के माता-पिता को भी मिलेंगे पांच लाख
यूपी से सबसे अधिक शिकायतें
32,498 शिकायतें पुलिस ज्यादती की मानवाधिकार आयोग के समक्ष दर्ज कराई गई हैं। जिसमें से 46 हजार से अधिक मामले अकेले उत्तर प्रदेश में दर्ज कराए गए हैं।