दो हजार डॉक्टरों की भर्ती के लिए जिलावार पद हुए तय
डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए जिन दो हजार डॉक्टरों को संविदा पर भर्ती करने का कार्यक्रम बनाया गया है, उनके लिए प्रदेश सरकार ने जिलावार पद तय कर दिए हैैं।
लखनऊ (जेएनएन)। सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए जिन दो हजार डॉक्टरों को संविदा पर भर्ती करने का कार्यक्रम बनाया गया है, उनके लिए प्रदेश सरकार ने जिलावार पद तय कर दिए हैैं। संविदा पर होने वाली इस नियुक्ति के तहत 1000 पदों पर सेवानिवृत्त डॉक्टरों को 65 साल की उम्र तक के लिए पुनर्नियोजित किया जाएगा, जबकि नए डॉक्टरों के 1000 अन्य पदों पर भर्ती की अधिकतम आयु 60 वर्ष तय की गई है।
यहां तैनात होंगे सेवानिवृत्त डॉक्टर
सेवानिवृत्त विशेषज्ञ व एमबीबीएस डॉक्टरों के लिए सबसे ज्यादा पद लखनऊ में तय हुए हैैं। यहां एमबीबीएस के दो और विशेषज्ञों के 48 पदों पर भर्ती होगी। एटा में एमबीबीएस के 11 व विशेषज्ञ के सात, झांसी में दो व छह, इटावा में 11 व छह, इलाहाबाद में दो व 10, बलिया में दो व तीन, बहराइच में आठ व चार, बरेली में दो व छह, बाराबंकी में दो व तीन, बांदा में 10 व पांच, बागपत में 10 व तीन, बस्ती में तीन व सात, बदायूं में नौ व चार, बुलंदशहर में तीन व छह,
बलरामपुर में 12 व चार, कासगंज में 12 व पांच, कौशांबी में आठ व चार, कानपुर देहात में तीन व छह, कानपुर नगर में दो व 10, कुशीनगर में आठ व छह, कन्नौज में 10 व आठ, मऊ में सात-सात, मथुरा में तीन व आठ, महराजगंज में 10 व सात, महोबा में 12 व चार, मुरादाबाद में दो व पांच, मुजफ्फरनगर में छह-छह, मेरठ में दो व तीन, मैनपुरी में 12 व चार, बिजनौर में 12 व छह, मिर्जापुर में सात व पांच, सिद्धार्थनगर में आठ व छह, चित्रकूट में 12 व पांच, फीरोजाबाद में तीन व छह,
हमीरपुर में 12 व आठ, हरदोई में सात व चार, हाथरस में 10 व नौ, हापुड़ में नौ व 12, पीलीभीत में 10 व आठ, प्रतापगढ़ में तीन व पांच, रायबरेली में तीन व पांच, रामपुर में 10 व आठ, श्रावस्ती में 14 व छह, शाहजहांपुर में नौ व पांच, संभल में 10 व नौ, सहारनपुर में आठ व सात, सीतापुर में चार व पांच, शामली में नौ-नौ, सोनभद्र में नौ व सात, सुलतानपुर में पांच-पांच, संत कबीरनगर में नौ व छह, संत रविदासनगर में छह-छह, उन्नाव में तीन व सात, देवरिया में चार व तीन,
वाराणसी में दो व आठ, चंदौली में तीन व सात, फर्रुखाबाद में नौ व सात, फतेहपुर में छह व सात, जौनपुर में तीन व दो, जालौन में आठ व नौ, अंबेडकरनगर में आठ व तीन, अमरोहा में नौ व 10, अमेठी में नौ व सात, औरैया में नौ व आठ, आजमगढ़ में चार व छह, आगरा में दो व आठ, अलीगढ़ में तीन व पांच, गाजियाबाद में दो व आठ, गोंडा में आठ व सात, गोरखपुर में तीन व दो, गौतमबुद्धनगर में सात व छह, गाजीपुर में तीन-तीन, लखीमपुर खीरी में आठ व सात व ललितपुर में नौ एमबीबीएस व सात विशेषज्ञ के पद तय किए गए हैैं।
यहां भर्ती होंगे एमबीबीएस
एटा में 15, झांसी में 15, इटावा में 19, इलाहाबाद में नौ, बलिया में 21, बहराइच में 20, बरेली में 22, बाराबंकी में आठ, बांदा में 12, बागपत में 11, बस्ती में 18, बदायूं में 20, बुलंदशहर में 21, बलरामपुर में 19, कासगंज में आठ, कौशांबी में 12, कानपुर देहात में आठ, कानपुर नगर में 11, कुशीनगर में 16, कन्नौज में नौ, मऊ में दो, मथुरा में सात, महराजगंज में नौ, महोबा में छह, मुरादाबाद में नौ, मुजफ्फरनगर में 14, मेरठ में नौ, मैनपुरी में पांच, बिजनौर में 21, मिर्जापुर में 11, सिद्धार्थनगर में 16, चित्रकूट में 19, फीरोजाबाद में 12, हमीरपुर में 16, हरदोई में 11, हाथरस में सात, हापुड़ में 10, पीलीभीत में नौ, प्रतापगढ़ में 14, रायबरेली में 21, रामपुर में नौ, श्रावस्ती में 11, शाहजहांपुर में 16, संभल में 20, सहारनपुर में 15, सीतापुर में छह, शामली में 14, सोनभद्र में 21, सुलतानपुर में 11,
संत कबीरनगर में 10, संत रविदासनगर में सात, उन्नाव में 11, देवरिया में 24, वाराणसी में 10, चंदौली में पांच, फर्रुखाबाद में 18, फतेहपुर में छह, जौनपुर में 15, जालौन में 10, अंबेडकरनगर में नौ, अमरोहा में 16, अमेठी में आठ, औरैया में 13, आजमगढ़ में 23, आगरा में 17, अलीगढ़ में 14, गाजियाबाद में 13, गोंडा में 24, गोरखपुर में 16, गौतमबुद्धनगर में सात, गाजीपुर में 21, लखीमपुर खीरी में 22, लखनऊ में 13 और ललितपुर में 10 एमबीबीएस डॉक्टर तैनात होंगे।
2863 पद अब भी खाली
संविदा पर एक हजार एमबीबीएस डॉक्टरों की भर्ती किए जाने के बाद भी प्रदेश में डॉक्टरों के 2863 पद खाली ही रहेंगे। जिलों में डॉक्टरों के कुल 7161 पदों पर वर्तमान में सिर्फ 4298 डॉक्टर कार्यरत है।