रायबरेली में चार वर्षीय मासूम से दो बालकों ने किया दुष्कर्म
रायबरेली के एक गांव में मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म में मेडिकल रिपोर्ट नहीं मिली। प्रारंभिक जांच में बच्ची के अंदरूनी अंग में चोट लगने की पुष्टि हुई है।
रायबरेली (जेएनएन)। शिवगढ़ के एक गांव में चार साल की मासूम के साथ कथित दुष्कर्म के मामले में पुलिस को अभी मेडिकल रिपोर्ट नहीं मिली है। प्रारंभिक जांच में बच्ची के अंदरूनी अंग में चोट लगने की पुष्टि हुई है। दुष्कर्म के आरोपों से घिरा एक बच्चा 11 साल का दिव्यांग है। उसे आंखों से दिखाई नहीं देता। दूसरा बच्चा कक्षा-3 का छात्र है और उसकी उम्र सात साल है। दोनों बच्चे शुक्रवार दोपहर छत पर खेल रहे थे, तभी बच्ची के अंदरूनी अंग में चोट लग गई। बच्ची के घरवालों ने साथ खेल रहे बच्चों को दोषी ठहराया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और कानूनी प्रक्रिया के तहत शनिवार को उन्हें लखनऊ बाल संरक्षण गृह भेज दिया गया।
आरोपी बच्चों से एएसपी शशिशेखर सिंह व सीओ गोपीनाथ ने भी पूछताछ की।
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बच्ची अक्सर साथ खेलती थी
क्षेत्राधिकारी ने बताया कि बच्ची अक्सर इन बच्चों के साथ खेलती थी। शुक्रवार को भी दोनों बच्चे छत पर खेल रहे थे और आंगन में महिलाएं पूजा कर रही थीं। बच्ची को चोट लगने के बाद कोई शोरगुल नहीं हुआ। दिव्यांग शिवम (11) और सुभाष (7) खुद छत से नीचे आए और बताया कि बच्ची को चोट लग गई है। घरवाले भी ये देखकर घबरा गए कि बच्ची के अंदरूनी अंग में कैसे चोट लग गई। इन बच्चों से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हम लोग तो खेल रहे थे, तभी उसे चोट लग गई। खून निकल आया। इन बच्चों को भी नहीं पता कि उनसे क्या अपराध हो गया। फिलहाल मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है। अब मामला किशोर न्यायालय में चलेगा।
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नहीं आई मेडिकल रिपोर्ट
सीएमएस डॉ. रेनू चौधरी ने बताया कि बच्ची का मेडिकल डॉ. निर्मला साहू ने किया है। पैथालाजी की रिपोर्ट आने में एक-दो दिन का वक्त लगता है। मंगलवार तक सप्लीमेंट्री रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी। डॉ. निर्मला साहू अभी छुट्टी पर गई हैं। संभवत: मंगलवार को रिपोर्ट पुलिस को भेज दी जाएगी। बच्ची के अंदरूनी अंग में चोट लगी है, ऐसा बताया गया है। उसके साथ गलत काम हुआ या नहीं, ये मेडिकल रिपोर्ट से ही पता चल सकता है। पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही इस प्रकरण में कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल बच्चों को बाल संरक्षण गृह भेज दिया गया है।
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