हादसों के करीब से गुजरीं ट्रेनें, खुले फाटक से निकली गोरखधाम एक्सप्रेस
आज भी ट्रेनें हादसों के बहुत करीब से गुजरती रहीं। गोंडा में ट्रेन आने के बाद गेट मैन ने गेट बंद करना शुरू किया और लखनऊ में पटरी टूटने से ट्रेनें लेट हो गई।
लखनऊ (जेएनएन)। रेल महकमे की लापरवाहियों को उजागर करते आज कुछ ट्रेनें हादसों के बहुत करीब से होकर गुजरती रहीं। गोंडा में ट्रेन आने के बाद गेट मैन ने गेट बंद करना शुरू किया तो एक चैपहिया वाहन ट्रैक में फंस गया। मुरादाबाद में को गोरखधाम एक्सप्रेस खुले फाटक से गुजर ही गई। लखनऊ में पटरी टूटी होने से कई ट्रेनें लेट हो गई। जनसंपर्क अधिकारी आलोक कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे गेट के अंदर वाहन लाना कानून तोडऩा है। जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें: रेलवे बोर्ड के चेयरमैन बोले, अगले पांच वर्षों में सभी ट्रेनों में एलएचबी कोच
खुले गेट से गुजरी गोरखधाम एक्सप्रेस
आज सुबह गोरखधाम एक्सप्रेस मुरादाबाद के अक्का डिलारी के खुले फाटक से गुजर गई। गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। मामले में प्राथमिक जांच में गेटमैन को दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया। जिस फाटक से ट्रेन गुजरी थी उसका टीवीयू (ट्रैफिक व्हीकल यूनिट) ढाई लाख से अधिक है। पिछले दिनों से कई ट्रेनों को रूट बदलकर चलाया जा रहा है। रविवार को गोरखपुर से चलकर हिसार जाने वाली गोरखधाम एक्सप्रेस को लखनऊ से कानपुर सेंट्रल के बजाय मुरादाबाद दिल्ली होकर चलाया गया। सुबह 7:18 पर ट्रेन अक्का डिलारी के फाटक संख्या 411-सी से गुजरी। जिस समय ट्रेन फाटक से गुजरी तब फाटक खुला हुआ था और गेटमैन ने फाटक से पहले लाल झंडी लगा रखी थी। ड्राइवर ने वहां से गुजरते वक्त झंडी देखकर हार्न भी बजाया। गेटमैन जब तक कुछ समझ पाता तब तक ट्रेन झंडी को तोड़ते हुए आगे निकल गई। थोड़ी दूरी पर जाकर ड्राइवर ने ट्रेन को रोक दिया। इसके बाद इंजन में फंसी झंडी को निकाला और ट्रेन को रवाना कर दिया। गनीमत रही कि उस समय कोई वाहन फाटक पार नहीं कर रहा था। जिससे हादसा नहीं हुआ। इसकी सूचना कैबिनमैन ने कंट्रोल रूम को दे दी। सूचना पर पीडब्ल्यूआइ को जांच के लिए घटनास्थल पर भेजा गया। वहां तैनात गेटमैन प्रेम सिंह और कैबिनमैन के बयान दर्ज किए गए। डीआरएम एके सिंघल ने बताया कि इस मामले में लापरवाही स्पष्ट हो रही है। लापरवाही पर गेटमैन को निलंबित कर दिया गया है।
पटरी टूटी होने से पुरबिया एक्सप्रेस लेट
आज सुबह 6:50 बजे लखनऊ के मल्हौर स्टेशन के पास डाउन लाइन पर पेट्रोलिंग कर रहे की-मैन मंशी राम चपराना को डाउन लाइन के 1089 किमी संख्या के खंभा न.6-8 के बीच पटरी चिटकी दिखाई दी। इस नज़ारे को देख की-मैन के होश उड़ गए। इसी समय इसी लाइन पर पुरबिया एक्सप्रेस आ रही थी। की-मैन ने सूझबूझ और बहादुरी का परिचय देकर कई मीटर आगे दौड़कर लाल झंडी लगाईं और इस घटना की सूचना रेल पथ निरीक्षक डीएस चौहान को दी। उन्होंने की-मैन को आदेश दिया की सुरक्षा प्लेट बाँध कर गाड़ी को कासन पर 10 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार से गुजारो। उधर ड्राइवर ने रेल पथ पर लाल झंडी लगी देख ट्रेन को रोक दिया। की-मैन ने ड्राइवर को एक सादे कागज पर कासन पर गाड़ी गुजारने को लिखकर दिया लेकिन ड्राइवर ने मेमो पर लिखित मांगा। की-मन ने फिर अधिकारियों से बात की। थोड़ी देर बाद कंट्रोल रूम से ड्राइवर को सूचना मिलने पर गाडी कासन पर गुजारी। यह सब होते होते गाड़ी 45 मिनट तक खड़ी रही।
यह भी पढ़ें: सीतापुर के तालगांव में कुकर्म के बाद बालक की गला रेत कर हत्या
बभनान में हादसे से बची मालगाड़ी
गोंडा में बभनान के गेट संख्या 222 ए पर एक पिकप लोडर बंद समपार के अंदर मालगाड़ी के सामने आ गई। मालगाड़ी हादसे का शिकार होते-होते बच गई। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों व रेलवे पुलिस में घंटों बहस हुई। वहीं पिकप व चालक दोनों को आरपीएफ ने अपने हिरासत में ले लिया है। बीती देर रात आठ बजे बभनान रेलवे स्टेशन से गोंडा से गोरखपुर की ओर जा रही मालगाड़ी को रनथ्रू पास किया गया। स्टेशन की सूचना पर तत्काल रेलवे गेट न बंद करने के कारण 222ए समपार फाटक के अंदर एक पिकप वाहन गेट के अंदर आ पहुंचा। तभी गेटमैन ने गेट बंद कर दिया। ट्रेन सामने देख और बंद हुए गेट के कारण समपार फाटक पर अफरातफरी मच गयी। पिकप चालक की नजर जैसे ही आ रही मालगाड़ी पर पड़ी कि उसने वाहन को बैक कर लिया। बंद रेलवे गेट के अंदर खड़ी पिकप को देखकर स्थानीय लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली।
यह भी पढ़ें: हेयर ड्रेसर जावेद हबीब पर अब वाराणसी में देवी-देवताओं के अपमान का मुकदमा
ट्रेन गुजरते देख फाटक बंद किया
सारे मामले की सूचना गेटमैन प्रदीप कुमार द्वारा आरपीएफ बभनान को देने पर मौके पर पहुंचे आरपीएफ द्वारा पिकप व चालक को हिरासत में लिया गया। स्थानीय लोगों ने गेटमैन पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि जब ट्रेन दिखाई देने लगी तो आनन-फानन में गेट बंद किया गया। इसके कारण पिकप गेट के अंदर रह गई। सहायक स्टेशन मास्टर रंजीत कुमार ने बताया कि गेट बंद करने की सूचना 19.50 बजे दी गई थी और 20 बजे ट्रेन रनथ्रू पास की गई। वहीं गेटमैन प्रदीप कुमार सिंह का कहना था कि 19.45 बजे सूचना मिली और 19.47 बजे गेट बंद किया गया। ट्रेन 19.57 बजे पास हुई। रेलवे समपार व स्टेशन के पैनल रूम की घड़ी में भी पांच मिनट का अंतर है। जो बड़े हादसे का कारण बन सकता है।