Move to Jagran APP

बलिया में हाईवे पर रुका यातायात,बनारस में राहत सामग्री लूटी

नदियों की बढ़ती तबाही के बीच राहत और बचाव का लचर प्रशासनिक प्रयास स्थिति को भयावह बना रहा है। राहत शिविरों का बुरा हाल है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Thu, 25 Aug 2016 09:52 PM (IST)Updated: Thu, 25 Aug 2016 09:56 PM (IST)
बलिया में हाईवे पर रुका यातायात,बनारस में राहत सामग्री लूटी

लखनऊ (जेएनएन)। नदियों की बढ़ती तबाही के बीच राहत और बचाव का लचर प्रशासनिक प्रयास स्थिति को भयावह बना रहा है। राहत शिविरों का बुरा हाल है। बलिया में स्थिति ज्यादा भयावह है। दुबे छपरा रिंग बांध टूटने के कगार पर है। बांध का सिर्फ एक फीट हिस्सा शेष बचा है। बचाव दल ने हाथ खड़े कर दिए हैं। पुलिस समीपवर्ती आबादी को खाली कराने में जुट गई है। एनएच-31 पर आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया है।

loksabha election banner

बाढ़ में फंसे लोगों तक समुचित राहत न पहुंचने से परेशान लोगों का सब्र टूटने लगा है। गुरुवार दोपहर बनारस के लंका क्षेत्र में राहत व बचाव सामग्री लेकर पहुंची एनडीआरएफ टीम पर लोगों ने पथराव कर दिया। हमलावरों ने तीन जवानों को पीटने के बाद उनकी नाव को क्षतिग्रस्त कर दिया और राहत सामग्री लूट ली। हमले में एक जवान को गंभीर चोट आई है। पुलिस का कहना है कि हमला करने वालों ने शराब पी रखी थी। गाजीपुर में स्थिर हो चुकी गंगा का जलस्तर फिर बढऩा शुरू हो गया। वहां 322 गांव डूब क्षेत्र में आ चुके हैं। मीरजापुर में गंगा घटाव पर रहीं, पर कटान का बढ़ता दायरा लोगों की नींद उड़ाए हुए है। चंदौली में गंगा का जलस्तर फिलहाल स्थिर है। भदोही में पानी से घिरे आधा दर्जन से अधिक गांवों में हाहाकार मचा है। सोनभद्र में रिहंद जलाशय में पानी का दबाव कम होता देख नौ फाटकों में आठ को बंद कर दिया गया है।

इलाहाबाद व वाराणसी में जलस्तर में कमी

इलाहाबाद और वाराणसी में बाढ़ से बेहाल लोगों के लिए गुरुवार का दिन कुछ हद तक राहत भरा रहा। इलाहाबाद में गंगा और यमुना की विकरालता थमी रही। दोनों नदियों का पानी घट रहा है। हालांकि शहरी और ग्र्रामीण क्षेत्रों में 10 लाख लोगों की आबादी प्रभावित है। प्रभावितों में वायुसेना के हेलीकाप्टर से राहत सामग्री पहुंचाई गई। गंगा में स्नान के दौरान दो युवकों की मौत हो गई। वाराणसी में खतरे के निशान से एक मीटर से अधिक ऊपर बह रही गंगा का जलस्तर 25 घंटे तक थमा रहा। दोपहर बाद गंगा में धीमे तौर पर घटाव का क्रम शुरू हुआ। बावजूद इसके दुश्वारियों की बाढ़ आ चुकी है। कई गांव और शहरी इलाके जल प्लावन के शिकार हैं। विभिन्न क्षेत्रों में राहत व बचाव की टीम नहीं पहुंच पा रही है।

शिवपाल ने किया हवाई निरीक्षण

लोक निर्माण व सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव ने गुरुवार को बलिया और गाजीपुर जिलों के बाढग़्रस्त क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण कर पीडि़तों की हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि किसी को खाने-पीने की कोई समस्या नहीं होगी। उन्हें पर्याप्त राशन मुहैया कराया जाएगा।

प्रशासनिक व्यवस्था पर बिफरे राज्यमंत्री

केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डा.महेंद्रनाथ पांडेय ने आरोप लगाया कि चंदौली में जिला प्रशासन बाढ़ पीडि़तों को राहत पहुंचाने की जगह बाढ़ के घटने का इंतजार कर रहा है ताकि आपदा राहत राशि में उसे लूट-खसोट का मौका मिल सके। बाढग़्र्रस्त क्षेत्र के भ्रमण के दौरान उन्होंने कहा कि जिले में बाढ़ राहत के नाम पर कुछ भी नहीं हो रहा है। बाढ़ चौकियां केवल दिखावा हैं। उन्होंने प्रत्येक बाढ़ राहत शिविरों में दो शौचालय, स्नानगृह और सोलर लाइट देने की घोषणा की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.